
ब्रजराजनगर। ओडिशा में स्वास्थ्य मंत्री नब दास की हत्या मामले में दर्ज एफआईआर में कहा गया है कि आरोपी एएसआई गोपाल दास ने स्वास्थ्य मंत्री को मारने के इरादे से ही गोली चलाई थी। यह एफआईआर ब्रजराजनगर पुलिस थाने के प्रभारी निरीक्षक प्रद्युम्न कुमार की ओर से दर्ज कराई गई है। प्रद्युम्न उस वक्त घटना स्थल पर ही मौजूद थे, जब नब दास को गोली मारी गई थी।
ट्रैफिक क्लीयरेंस ड्यूटी पर तैनात था गोपाल दास
ब्रजराजनगर पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर ने बताया, एएसआई गोपाल दास को स्वास्थ्य मंत्री के कार्यक्रम के लिए ट्रैफिक क्लीयरेंस ड्यूटी पर तैनात किया गया था। जैसे ही मंत्री गांधी चौक पर पहुंचे, एएसआई ने मंत्री पर निशाना साधते हुए अपनी सर्विस पिस्टल से गोली चला दी।
गोली लगते ही गिर पड़े मंत्री
इंस्पेक्टर प्रद्युम्न कुमार ने बताया कि करीब 12.15 बजे मंत्री नब किशोर दास की कार एक इमारत के पास रुकी और वह गाड़ी का दरवाजा खोलकर बाहर आए। तभी एएसआई गोपाल दास ने मंत्री पर गोली चला दी। गोली सीने में लगी और वह गिर पड़े। मंत्री के शरीर से काफी खून बह रहा था। इसके बाद उन्होंने कांस्टेबल केसी प्रधान के साथ आरोपी एएसआई को पकड़ लिया। इसी दौरान आरोपी एएसआई ने अपनी 9 एमएम पिस्तौल से दो और गोलियां चलाईं, जो उनकी अंगुली में लगी। हालांकि, थोड़ी ही देर में एएसआई को काबू में कर लिया गया।
एएसआई ने कबूल किया अपराध
उधर, मामले की जांच कर रहे क्राइम ब्रांच एडीजी अरुण बोथरा ने बताया कि आरोपी एएसआई ने पूछताछ के दौरान अपराध कबूल कर लिया है। वहीं, विपक्षी दलों ने स्वास्थ्य मंत्री की हत्या के पीछे साजिश का आरोप लगाया है।