रायपुर। छत्तीसगढ़ में 1 जून से लेकर 11 सितंबर तक सामान्य बारिश 1022.1 मिलीमीटर होनी चाहिए थी, लेकिन इस अवधि में बारिश 1123.7 मिलीमीटर दर्ज की गई है। जो कि सामान्य बारिश की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक है। दस जिलों में सामान्य से अधिक और पांच जिलों में कम बारिश हुई है। बारिश बंद होने से एक ही दिन में राजधानी समेत प्रदेश का औसत पारा 4 डिग्री तक बढ़ गया है।
मौसम विभाग के अनुसार अभी दो दिनों तक तापमान में वृद्धि की संभावना है। 24 घंटे हुई अति बारिश के बाद अब सिस्टम कमजोर पड़ गया है। सोमवार को प्रदेश में मानसून की सक्रियता सामान्य रही। प्रदेश में अधिकांश स्थानों पर हल्की बारिश दर्ज की गई। 4 स्थानों पर भारी बारिश दर्ज की गई।
32 से 33 डिग्री तक पहुंच सकता है रायपुर का पारा
मौसम विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अब बारिश कम होने से प्रदेश के तापमान में वृद्धि होने की संभावना है। रायपुर का पारा 32 से 33 डिग्री तक पहुंच सकता है। जिससे दिन में उमस भरी गर्मी लोगों को परेशान करेगी। फिर से अब शनिवार तक मानसून की गतिविधियां बढ़ सकती है। इस बीच में छुटपुट बारिश हो सकती है।
कृषि वैज्ञानिक डा. घनश्याम दास साहू ने बताया कि सितंबर में लगातार हुई बारिश से खेतों में जलभराव की स्थिति है। इससे फसल खराब हो सकती है। इसके अलावा कीट का प्रकोप भी बढ़ सकता है। किसानों को चाहिए की जल्द से जल्द खेतों से पानी निकालें। अभी मौसम फिर से खुल रहा है, ऐसे में फसलों को नुकसान से बचाया जा सकता है।
सिर्फ एक सिस्टम सक्रिय, जिससे हल्की बारिश के आसार
सोमवार तक वातावरण में एक साथ पांच सिटस्म सक्रिय थे। जिनके प्रभाव से बारिश हो रही थी। अब सिर्फ एक ही सिस्टम है जिससे हल्की बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक औसत समुद्र तल पर मानसून की द्रोणिका बीकानेर, सीकर, शिवपुरी, उत्तर- पूर्व मध्य प्रदेश के ऊपर स्थित अवदाब क्षेत्र के केंद्र, पेंड्रा रोड, राउरकेला, दीघा से होकर गुजर रही है और वहां से दक्षिण-पूर्वी ओर मध्य बंगाल की खाड़ी तक औसत समुद्र तल से 1.5 किमी ऊपर फैली हुई है।
वर्षा के मुख्य आंकड़े (मिलीमीटर)- गंडई-110, रेंगाखार कला-90, तिल्दा-80, सहसपुरलोहारा-70, सिमगा, धरसीवां, पचपेड़ी, साजा -60, थानखमरिया, नांदघाट, बस्तर, बेमेतरा, दाढ़ी, अभनपुर-30 मिलीमीटर तक वर्षा हुई।