रायपुर। राजधानी में ठगी के दो बड़े मामले सामने आए हैं, जिनमें एक चार्टर्ड अकाउंटेंट और एक ठेकेदार से करोड़ों रुपये की ठगी की गई है. आरोपियों ने शेयर मार्केट में दोगुना मुनाफा दिलाने का झांसा देकर इन लोगों को अपने जाल में फंसाया. दोनों मामलों में पीड़ितों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है और अब साइबर सेल धोखाधड़ी के इन मामलों की जांच कर रही है. ये दोनों मामले तेलीबांधा थाना क्षेत्र के हैं.
CA से 1 करोड़ 39 लाख की ठगी
पहली घटना में जीवन विहार कॉलोनी निवासी चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) नवीन कुमार से 1 करोड़ 39 लाख 15 हजार रुपये की धोखाधड़ी की गई. नवीन कुमार ने शिकायत में बताया कि उन्हें ऋतु वोहरा और मधु शाह नाम की दो महिलाओं का फोन आया, जिन्होंने खुद को SMC Global Security की प्रतिनिधि बताया और शेयर मार्केट में निवेश के जरिए अधिक मुनाफा होने का दावा किया. इस दौरान ग्रुप संचालक अजय गर्ग, मधु शाह, और सुखविंदर सिंह समेत चार लोगों ने नवीन से व्हाट्सएप के जरिए चैट किया और उन्हें निवेश के लिए झांसे में लिया. जिसके बाद झांसे में आकर नवीन ने अलग-अलग माध्यमों से 1.39 करोड़ रुपये जमा कर दिया, लेकिन CA को पूरी राशि वापस नहीं मिली. इसके बाद नवीन ने साइबर धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई.
ठेकेदार से 27 लाख 60 हजार की ठगी
दूसरी घटना में ऐश्वर्या एंपायर निवासी ठेकेदार निशांत जैन के साथ 27 लाख 60 हजार रूपये की धोखाधड़ी की गई है. निशांत ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 16 अगस्त को आयुषी पोखरियाल नाम की महिला ने खुद को SMC Global Securities की कर्मचारी बताकर संपर्क किया और शेयर बाजार में निवेश के जरिए दोगुना मुनाफा दिलाने का प्रलोभन दिया और इन्वेस्टमेंट की सलाह दी. उसने निशांत को SMC Global Security 12 और VIP 201 ग्रुप में जुड़वाकर SMC pro एप डाउनलोड करवा कर सेबी रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट और अकाउंट की जानकारी दी गई. जिस पर ठेकेदार ने मुनाफा होने का भरोसा कर RTGS के माध्यम से कुल 29 लाख 60 हजार रुपये की ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिया. जिस पर 2 लाख रुपये निकाल कर कुल 27 लाख 70 हजार रुपये की धोखाधड़ी कर पैसे वापस नहीं किए गए. जब निशांत ने संबंधित कंपनी के कस्टमर केयर से संपर्क किया, तो उससे 1 करोड़ रुपये की मांग की गई. ठगी महसूस होने के बाद निशांत ने थाना पहुंचकर धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज कराई.
मामले में तेलीबांधा थाना प्रभारी विनय सिंह बघेल ने बताया कि ऑनलाइन ठगी (Online Fraud) की दो अलग-अलग शिकायत मिली हैं. पीड़ितों की शिकायत के आधार पर अज्ञात ठगों के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है. पुलिस की तकनिकी टीम मामले की जांच में जुट गई है. शातिर ठगों का मोबाइल नंबर समेत अन्य सबूतों की जांच की जा रही है.