कोरबा। जिले के छुरी स्थित ग्राम पंचायत लोथलोता गांव में अवैध रूप से नदी के किनारे महुआ शराब की भट्टी पर महिला समिति ने धावा बोल दिया और तोड़फोड़ की। महिलाओं को देख शराब बनाने वाले मौके से फरार हो गए। इसकी सूचना आबकारी विभाग को दी गई, जहां वह भी मौके पर पहुंचे।
लोथलोता गांव की सरपंच ज्ञानेश्वरी कंवर ने बताया कि गांव से लगी नदी के किनारे जंगल में काफी लंबे समय से अवैध रूप से शराब भट्टी संचालित हो रही थी, जहां शराब खरीदी-बिक्री और पीने का काम जोरों पर चल रहा है, जिसके कारण गांव का माहौल खराब हो रहा है । अक्सर गांव में विवाद की स्थिति निर्मित हो रही है।
हद तो तब हो गई, जब माध्यमिक शाला और मिडिल स्कूल के बच्चे शराब पीकर स्कूल जाने लगे, शिक्षकों ने इसकी शिकायत पालकों और गांव वालों से की। इसके बाद गांव में एक बैठककर अवैध रूप से शराब बनाने वाले लोगों पर नकेल कसने का निर्णय लिया गया। यहां अवैध रूप से शराब बनाने वालों को सख्त हिदायत दी गई, लेकिन उसके बावजूद भी यह काम नहीं रुका। इसके बाद महिला समिति और गांव के कुछ लोगों ने निर्णय लिया कि तोड़फोड़ की जाएगी।
मिलन बाई ने बताया कि वह विधवा हैं और अकेले रहती हैं। ऐसे में शराब पीकर आने जाने वाले उसे गंदे गंदे कमेंट करते हैं, जिससे वह परेशान है। गांव में महुआ शराब की बिक्री के चलते आसपास के गांव के लोग भी यहां शराब खरीदी बिक्री और पीने आते हैं जिसके चलते महिलाओं और युवतियों को घर से निकलने में दिक्कत होती है।
आबकारी विभाग के सर्किल प्रभारी सब इंस्पेक्टर नारायण सिंह कंवर ने बताया कि सरपंच ने फोन पर जानकारी दी और वह मौके पर पहुंचे, जहां महिला समिति के साथ आबकारी विभाग की टीम ने भी महुआ लहान नष्ट कर शराब बनाने के लिए उपयोग किए गए उपकरणों की जब्ती की है।