कोरबा। प्रदेश सरकार के मंत्री लखनलाल देवांगन, महापौर राजकिशोर प्रसाद,प्रशासन व निगम के अधिकारी को एक बार शहर के सर्वसुविधायुक्त न्यू कोरबा हॉस्पिटल व कृष्णा हॉस्पिटल तक पहुँचने वाले मार्ग पर दो पहिया वाहन या फिर ऑटो रिक्शा में सवार होकर गुजरना चाहिए ताकि उन्हें इस बात का एहसास हो जाये कि इस मार्ग पर चलना कितना खतरनाक ओर जोखिम भरा हैं. मरीज और उसके परिजनों की तो मजबूरी है वहां इलाज कराने जाना ही पड़ता हैं। बारिश शुरू हो गई है मुख्य सड़क को छोड़ते ही हॉस्पिटल तक पहुंचने वाली सड़क अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा हैं। पहले बड़े बड़े गड्ढे और उखड़ खाबड़ सड़क पर दो पहिया वाहन और ऑटो रिक्शा से मरीज व उनके परिजन जैसे तैसे हॉस्पिटल तक पहुंच जाते थे,और इस दौरान कई बार दो पहिया वाहन से गिरने के हादसे भी हुए. लेकिन बारिश के सीजन में मार्ग पर खतरनाक गड्डो में पानी भर गया हैं वाहन चालकों को यह समझ ही नहीं आता कि कहां गड्ढे हैं और कहां सड़क. बताया जाता हैं कि पिछले दिनों ऑटो रिक्शा में मरीज को इलाज के लिए हॉस्पिटल ले जाते वक्त गड्ढों के कारण ऑटो पलट गया था जिसके कारण मरीज के एक परिजन के हाथ मे फेक्चर आ गया था. मरीज के साथ उसके परिजन को भी हॉस्पिटल में भर्ती होना पड़ा.
बता दे कि इस मार्ग की मरम्मत संभवतः इसलिए यह कहकर नहीं की जा रही हैं कि निजी जमीन पर हॉस्पिटल व आवासीय कॉलोनी बनी है।सबसे दुखद बात यह हैं उक्त बात कह कर पल्ला झाड़ने वाले नेताओं और अधिकारियों को पब्लिक की सुविधा के लिए सड़क की मरम्मत के कुछ उपाय करने चाहिए। यहां प्लाट काटकर बेचने वाले पर भी जिम्मेदारी तय की जानी चाहिए. साथ ही हॉस्पिटल प्रबंधन को भी अपने मरीजों की सुविधा का ध्यान देना चाहिए क्योंकि प्रतिदिन बड़ी संख्या में मरीजों के साथ उनके परिजन हॉस्पिटल पहुँचते हैं।
दरअसल समाचार के शुरुआत में मंत्री, महापौर, प्रशासन व निगम के अधिकारियों का उल्लेख इसलिए किया गया क्योंकि पब्लिक को इन्हीं से काम हो जाने की अपेक्षा रहती हैं,और यह बात पूरी तरह से सत्य हैं कि जबतक उक्त लोग इस मार्ग की मरम्मत के लिए रूचि नहीं दिखायेगे तो शायद ही इस मार्ग का उद्घार हो।
पब्लिक को अच्छी सुविधा मिले यह बात लगातार छतीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय कह रहे हैं और प्रदेश के अधिकारी भी मुख्यमंत्री के आदेश का पालन करते हुए जनता को होने वाली तकलीफों का समाधान ततपरता से करने में जुटे हुए हैं. जहां कुछ अड़चन जैसी बात आ रही हैं उसका भी समाधान ढूढ़कर कार्य कर रहे हैं।
उक्त हॉस्पिटल तक सुगम तरीके से पहुंचने के मार्ग की मरम्मत कैसे हो इसका समाधान इन्हीं अधिकारियों को निकालना होगा.