छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय शनिवार को दिल्ली से लौटने के बाद संगठन के बड़े नेताओं के साथ बैठक की। प्रदेश के मंत्रिमंडल में बदलाव और निगम मंडलों को लेकर चर्चा हुई। हालांकि, इस मुलाकात को मुख्यमंत्री ने आधिकारिक तौर पर सिर्फ सांसदों के साथ परिचयात्मक बैठक बताया है।
मुख्यमंत्री से पूछा गया कि कब तक मंत्रिमंडल के बदलाव का ऐलान होगा। उन्होंने कहा कि, जल्द ही होगा। सही समय का इंतजार करिए इसकी घोषणा की जाएगी। सूत्रों की मानें तो जुलाई के पहले सप्ताह के बाद साय कैबिनेट में किसी विधायक को जगह मिल सकती है। चर्चा है कि 4 से 5 निगम-मंडल-आयोग में नेताओं को जिम्मेदारी देने का ऐलान भी हो सकता है।
तय हो गए नाम
दिल्ली में बैठक के बाद यह माना जा रहा है कि साय कैबिनेट में किसे शामिल करना है तय कर लिया गया है। लेकिन ऐलान होना बाकी है। दिल्ली में हुई मीटिंग में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष, राष्ट्रीय सह-संगठन महामंत्री शिवप्रकाश के साथ मुलाकात की है। प्रदेश के भाजपा सांसद भी इस मीटिंग में थे।
इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव और केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू भी थे। संगठन के महामंत्री पवन साय क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल भी मौजूद थे। कुल मिलाकर राष्ट्रीय नेताओं और प्रदेश के बड़े नेताओं ने एक साथ बैठकर कैबिनेट और कुछ निगम मंडल को लेकर होने वाली आखिरी चर्चा कर ली है।
इन नामों की चर्चा
मंत्रिमंडल में गजेंद्र यादव को जगह मिल सकती है। वरिष्ठता के आधार पर राजेश मूणत, अमर अग्रवाल, अजय चंद्राकर के नामों की चर्चा है। इनके अलावा कुछ ऐसे विधायक भी हैं, जो इस कोशिश में हैं कि किसी तरह मंत्री बनने का मौका मिल जाए। इनमें कुछ ऐसे चेहरे हैं, जिन्हें मंत्री बनाकर भाजपा हर बार की तरह फिर चौंका सकती है ।
इनमें रायपुर उत्तर से विधायक पुरंदर मिश्रा, पंडरिया विधायक भावना बोहरा, कोंडागांव विधायक लता उसेंडी, केशकाल विधायक नीलकंठ टेकाम, बसना विधायक संपत अग्रवाल और सीतापुर विधायक रामकुमार टोप्पो का नाम शामिल हैं।