छत्तीसगढ़: बजरंग दल नेता और युवती की मौत मामले में तीन हिरासत में, घटना को लेकर हुआ था जमकर बवाल; आज पुलिस कर सकती है खुलासा

बजरंग दल नेता का युवती के साथ मिला था शव

बलरामपुर।ज़िले में बजरंग दल नेता सुजीत स्वर्णकार और युवती की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के मामले में करंट लगाने वाले तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। बलरामपुर पुलिस मामले का खुलासा आज कर सकती है। गुरूवार को आक्रोशित लोगों ने घटना को सुनियोजित हत्या बताते हुए 6.30 घंटे तक एनएच 343 में चक्काजाम कर दिया था। प्रदर्शनकारियों ने मंत्री रामविचार नेताम का पुतला भी फूंका था।

जिला मुख्यालय से लगे डुमरखी के जंगल में 27 मई सोमवार सुबह बजरंग दल के जिला सह संयोजक सुजीत स्वर्णकार (25 वर्ष) और किरण काशी (22 वर्ष) का शव मिला था। घटनास्थल पर उनकी स्कूटी और मोबाइल भी मिले थे। शुरुआती जांच में हाथ-पैर के साथ कमर में निशान के कारण सुजीत की पीट-पीटकर हत्या की आशंका जताई गई थी।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद तीन हिरासत में

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में करंट से सुजीत व किरण काशी की मौत होने की पुष्टि हुई है। इस खुलासे के बाद पुलिस जांच की दिशा बदल गई है। बलरामपुर एसपी डा. लाल उमेद सिंह ने बताया कि पुलिस ने मामले में शिवचरण, सिलोय व काशी नाम के तीन ग्रामीणों को हिरासत में लिया है। तीनों ने जंगली सूअर के शिकार के लिए घटनास्थल से 200 मीटर दूर स्थित 11 केवी लाइन से हुकिंग कर तार बिछाया था।

मौके पर ले जाकर कराई गवाही, लोग नहीं मानें

गुरूवार को पुलिस बलरामपुर के प्रमुख लोगों को मौके पर लेकर गई एवं आरोपियों से मौके पर तस्दीक कराई गई कि उन्होंने तार बिछाया था। मृतक सुजीत के पिता नंदलाल ने कहा कि सूअर माने वाले जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, वे सिर्फ मोहरा हैं,उनकी हत्या के पीछे और लोगों का हाथ है, जिन्हें पुलिस नहीं पकड़ पाई है।

शव देखकर भागे, निकाला तार

बलरामपुर एसपी डा. लाल उमेद सिंह ने बताया कि पकड़े गए ग्रामीणों ने पुलिस को बताया है कि वे सुबह सूअर फंसा है या नहीं, यह देखने गए थे। उन्होंने युवक व युवती का शव देखा तो डर गए और तार निकालकर भाग गए। आरोपी शिवचरण, सिलोय व काशी पूर्व में भी तार बिछाकर सूअर का शिकार कर चुके हैं। आरोपियों के खिलाफ धारा 302, 201 के तहत अपराध दर्ज किया गया है।

बवाल के बाद बलरामपुर में आक्रोश

गुरूवार को सैकड़ों की संख्या में पुलिस कार्रवाई से नाखुश लोगों ने चक्काजाम कर दिया। इसमें बलरामपुर के लोगों के साथ अंबिकापुर एवं सूरजपुर से पहुंचे बजरंग दल के लोग भी शामिल थे। बाद में भीड़ नेतृत्वविहीन हो गई एवं मंत्री रामविचार नेताम का पुतला फूंक दिया।

नेशनल हाइवे में 6.30 घंटे चक्काजाम के कारण सैकड़ों वाहनों, यात्री बसों की लाइन लग गई थी। रात 8.30 बजे पुलिस ने बल प्रयोग कर चक्काजाम समाप्त कराया। आंदोलनकारियों ने गृहमंत्री विजय शर्मा व रामविचार नेताम से इस्तीफा देने की मांग की। इससे स्थानीय लोगों ने स्वयं को आंदोलन से अलग कर लिया। मंत्री का पुतला जलाने को लेकर लोगों में आक्रोश की स्थिति है।

हाई लेवल जांच होगी-जूदेव

दोपहर में बलरामपुर पहुंचे भाजपा नेता प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने कहा कि घटना निंदनीय है। कुछ तथ्य सामने आए हैं। इस घटना की हाई लेवल जांच होगी, और बहुत चीजें सामने आएंगी। थोड़ा समय लग रहा है। निष्पक्ष जांच हो रहा है। शासन अपना काम रही है। हमें संयम बनाना है। सुजीत के परिवार को न्याय दिलाएंगे।