छत्तीसगढ़: जेल में हुई हत्यारों की दोस्ती, बाहर निकल पत्नी के मर्डर का बनाया प्लान; बोरे में बंद लाश की इनसाइड स्टोरी

Murderers became friends in jail Plan was made to murder wife after coming out in Balod

बालोद। 6 मई को बालोद जिले के ग्राम तितुरगहन में बोरे में बंद मिले छोटी साहू के हत्यारों को पुलिस ने धर दबोचा है। छोटी का पति और उसका दोस्त ही उसके हत्यारे निकले। दोनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

बता दें  24 घंटे के अंदर अंधे कत्ल का खुलासा पुलिस ने किया है।आरोपी द्वारा हत्या कर शव को छुपाने के उद्देश्य से बोरी में भरकर सड़क पर फेंका गया था। इसके पहले भी दोनों आरोपी हत्या के प्रकरण में सजा काट चुके हैं।जेल में दोनों हत्यारों को दोस्ती हुई थी जिसके बाद इस घटना को अंजाम दिया गया।हत्या के इस मामले में खिलावन साहू पिता लालजी साहू, उम्र 42 वर्ष, ग्राम रमतरा, थाना गुरूर, जिला बालोद (छ0ग0) डीसूराम साहू पिता तिहारू राम साहू, उम्र 60 वर्ष, ग्राम रामपुर, थाना भखारा, जिला धमतरी (छ0ग0) को गिरफ्तार किया गया है।

बीमा का पैसा बांटने डील

पुलिस की मानें तो हत्या का एक कारण घरेलू विवाद था। आरोपी खिलावन ने शादीशुदा और बच्चों के पिता होने के बावजूद पड़ोस की भेश्वरी साहू छोटी से दूसरी शादी कर ली जिसके 3 बच्चे भी हैं।कुछ सालों तक सब ठीक चला जिसके बाद दोनों पति-पत्नी में आये दिन लड़ाई झगड़ा मारपीट होते रहती थी। इसी बात से तंग आकर विगत 02 वर्ष पहले अपने जेल वाले दोस्त डीसूराम साहू के साथ मिलकर हत्या का प्लान बनाया और 3,00,000 रू. का बीमा भी कराया और अपने दोस्त डीसूराम साहू से दोनों हत्या कर बीमा की राशि को आपस में बराबर-बराबर बांटने के लिये डील भी हुआ था। 

जानिए कैसे हुई जेल में दोस्ती

मृतिका के शव की पहचान पश्चात ग्राम रमतरा में मृतिका के पति खिलावन राम साहू उम्र 42 वर्ष से बारीक़ी से पूछताछ की गई। काफी पूछताछ के पश्चात खिलावन ने अपने बयान में बताया कि वर्ष 2001 में अपनी फुफू दीदी के हत्या के प्रकरण में सजा होने पर सेन्ट्रल जेल रायपुर गया था, वहां पर पहले से मौजूद कैदी ग्राम रामपुर निवासी डीसूराम साहू जो हत्या के मामले में था जिनसे मुलाकात हुई थी।  

शराब पिलाकर हत्या 

पुलिस की मानें तो आरोपी राम खिलावन साहू के दोस्त डीसूराम ने फोन से छोटी को धमतरी बुलाकर, धमतरी बस स्टैण्ड से अपने दोपहिया वाहन टी.व्ही.एस. एक्सल में बैठाकर अपने गांव रामपुर ले जाकर अपने खेत पर लेकर गया। वहां पहले से खरीदे गये शराब को मृतिका को पिलाकर नशा होने पर मृतिका के मुंह, नाक को दबाकर बेहोश कर दिया एवं पत्थर से उसके सीने में पटककर हत्या कर दी। हत्या करने के पश्चात् डीसूराम साहू ने फोन करके खिलावन को बताया कि उसने उसकी पत्नी की हत्या अपने खेत में कर दी है, तो पति खिलावन साहू ने मृतिका के शव को छुपाने के उद्देश्य से बोरी में भरकर अपने गांव के तरफ लाने के लिये बोला। तब आरोपी डीसूराम साहू ने एक पीले हरे रंग के यूरिया के बोरी में मृतिका के शव को भरकर वायर से बांधकर अपने वाहन टी.व्ही.एस. चैम्प एक्सल में सामने टंकी और सीट के बीच खाली जगह पर रखकर रामपुर से सनौद होते हुए खिलावन के गांव जा रहा था कि सनौद गुरूर मार्ग पर तितुरगहन के आगे बहुत आदमी खड़े होने से पकड़े जाने के डर से तितुरगहन गांव के पास सड़क पर फेंककर वापस अपने गांव रामपुर आ गया। मृतिका का मोबाईल, पर्स तथा टी.व्ही.एस. गाड़ी को अपने घर में छुपाकर रखा था।

ये बने सुपरकॉर्प

अंधे कत्ल की इस गुत्थी सुलझाने में प्रमुख रूप से सायबर सेल प्रभारी उप निरीक्षक जोगेंद्र साहू, उप निरीक्षक थाना प्रभारी दुलार सिंग यादव, , सहायक उप निरीक्षक नंदकुमार साहू, प्रधान आरक्षक भुनेश्वर मरकाम, प्रधान आरक्षक रूमलाल चुरेन्द्र, प्रधान आरक्षक विवेक शाही, आरक्षक संदीप यादव, आकाश दुबे, मिथलेश यादव, महिला आरक्षक विन्तेष्वरी साहू, आरक्षक राहुल देव गजपाल, चन्द्रशेखर यादव, जितेन्द्र साहू, टिकेश साहू, गौकरण यादव, भुपेन्द्र साहू, किरण यादव शामिल रहे।