नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। वह पहले ही कथित शराब घोटाले के आरोप में तिहाड़ में बंद हैं। अब उन पर प्रतिबंधित आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस से राजनीतिक चंदा लेने का आरोप लगा है।
दिल्ली के उपराज्यपाल ने इसकी एनआईए जांच की सिफारिश कर दी है। सूत्रों के मुताबिक उपराज्यपाल को शिकायत मिली है कि आम आदमी पार्टी ने सिख फॉर जस्टिस से 16 मिलियन डॉलर का फंड लिया है। उपराज्पाल को लिखे पत्र में बताया गया है कि यह चंदा कट्टर खालिस्तानी समर्थक देवेंद्र पाल भुल्लर की रिहाई में मदद करने और खालिस्तानी भावनाओं को बढ़ावा देने के एवज में मिला है।
पत्र में और क्या लिखा
एलजी को यह पत्र वर्ल्ड हिंदू फेडरेशन- इंडिया नामक संगठन ने लिखा है। इसमें बताया गया है कि आम आदमी पार्टी ने यह चंदा 2014 से 2022 के बीच में लिया। आगे लिखा है 2014 में अमेरिका के शहर न्यूयॉर्क स्थित एक गुरुद्वारे में सिख फॉर जस्टिस के मुखिया गुरपतवंत सिंह पन्नू और केजरीवाल की मुलाकात हुई थी। इस मीटिंग में केजरीवाल ने पन्नू को आश्वस्त किया था वह 1993 दिल्ली बम धमाके में दोषी उम्र कैद की सजा काट रहे भूल्लर को जेल से रिहा कराने में मदद करेंगे।
आप का पलटवार
एनआईए जांच की सिफारिश पर आम आदमी पार्टी ने पलटवार करते हुए कहा कि यह अरविंद केजरीवाल के खिलाफ एक और षड़यंत्र है। बीजेपी दिल्ली में सभी सातों लोकसभा सीट हार रही है। हार देखते हुए भाजपा बौखला गई है।