चंडीगढ़। हरियाणा में मंगलवार को नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में नई सरकार बनी थी। आज विधानसभा के एक दिवसीय सत्र में सरकार ने बहुमत साबित कर दिया। विश्वास मत ध्वनिमत से पास हुआ।
मुख्यमंत्री सैनी ने जब सदन में विश्वासमत रखा तो जननायक जनता पार्टी (JJP) के सभी 10 विधायक सदन से बाहर चले गए। एक निर्दलीय बलराज कुंडू ने भी कार्यवाही छोड़ दी।
जननायक जनता पार्टी (JJP) ने व्हिप जारी किया था कि सभी 10 विधायक वोटिंग के दौरान गैरहाजिर रहें। विपक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी हरियाणा आए और मनोहर लाल खट्टर की तरफदारी की, लेकिन उसके बाद जो चीरहरण हुआ, वैसा द्रौपदी के साथ भी नहीं हुआ था।
वहीं नए CM नायब सैनी के खिलाफ एडवोकेट जगमोहन भट्टी ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की। उन्होंने कहा कि बिना सांसद पद छोड़े वह सीएम नहीं बन सकते।
अभी तक भाजपा, जजपा के साथ मिलकर हरियाणा में सरकार चला रही थी, लेकिन लोकसभा सीटों में बंटवारे पर बात नहीं बनने के कारण मंगलवार (12 मार्च) को भाजपा ने गठबंधन तोड़कर निर्दलीयों के सहारे नई सरकार बना ली। मनोहर लाल खट्टर की जगह सैनी को विधायक दल की बैठक में नेता चुना गया।