नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ईवीएम के मुद्दे पर चुनाव आयोग को जवाब देते हुए पत्र लिखा है। इस पत्र में कांग्रेस नेता ने लिखा कि ’30 दिसंबर को विपक्षी गठबंधन की तरफ से चुनाव आयोग को भेजे पत्र पर आयोग ने जवाब दिया है। मैंने चुनाव आयोग से ईवीएम और वीवीपैट पर चर्चा और सुझाव के लिए आयोग से मिलने का वक्त मांगा था, लेकिन आयोग ने हमारी मांग को नहीं माना।’
जयराम रमेश ने सोशल मीडिया पर साझा किया पत्र
जयराम रमेश ने चुनाव आयोग को लिखे पत्र को सोशल मीडिया पर साझा किया है। इसमें उन्होंने लिखा कि ‘हमारी मांग मानने के बजाय आयोग ने हमें चुनाव आयोग की वेबसाइट पर मौजूद FAQ के जवाब पढ़ने की सलाह दी। जब हमने कहा कि हमारे सवालों के जवाब इन FAQ से नहीं मिल रहे हैं तो आयोग ने हमारे सवालों को ही गलत बता दिया है। इससे साफ पता चलता है कि हम क्यों ईवीएम और वीवीपैट पर दर्शकों के सामने चर्चा मांग कर रहे हैं। राजनीतिक पार्टियों के साथ ही ईवीएम और वीवीपैट को लेकर चर्चा ना करना बेहद चिंताजनक बात है।’
क्या है मामला
गौरतलब है कि जयराम रमेश ने विपक्षी गठबंधन की तरफ से चुनाव आयोग को 9 अगस्त 2023 को ज्ञापन देकर ईवीएम और वीवीपैट के मुद्दे पर चर्चा और सुझाव को लेकर बैठक की मांग की थी। जयराम रमेश के अनुसार, इसके बाद भी कई बार चुनाव आयोग से बैठक को लेकर मांग की गई थी, लेकिन बैठक नहीं हुई। इसके बाद जयराम रमेश ने 30 दिसंबर 2023 को चुनाव आयोग को पत्र लिखा और इसे सोशल मीडिया पर भी साझा किया। इस पत्र में मांग की गई थी कि वीवीपैट की पर्चियों की ईवीएम से 100 फीसदी मिलान किया जाए। इस पर चुनाव आयोग ने अपने जवाब में कहा था कि 30 दिसंबर 2023 को कोई नया दावा या कोई वैध चिंताएं नहीं उठाई गई हैं, जिसके लिए स्पष्टीकरण की जरूरत हो।