बिरनपुर हिंसाः लड़कियों की लव मैरिज से शुरू हुआ विवाद, फिर बच्चों के झगड़े ने ले लिया उग्र रूप; आज चौथे दिन भी सन्नाटा

बेमेतरा। बिरनपुर में एक युवक की हत्या के चौथे दिन भी सन्नाटा है। मंगलवार को भी यहां पिता-पुत्र के शव मिले थे, इनके सिर पर वार कर हत्या की गई थी। चार दिनों में यहां 3 लोगों की जान जा चुकी है। कुछ घरों को भी जलाया गया था।

मालूम हो कि 4 दिन पहले इस गांव में भुनेश्वर साहू नाम के 22 साल के युवक की हिंसक झड़प में हत्या कर दी गई थी। मंगलवार को गांव से कुछ दूरी पर ही रहीम मोहम्मद और ईद उल मोहम्मद नाम के पिता पुत्र के भी शव मिले , जिनकी हत्या किए जाने की आशंका है। इस वजह से गांव के लोगों में डर और तनाव दोनों है।

चार पांच साल पहले शुरू हुई परिस्थितियों की वजह से आज गांव में शांति नहीं बल्कि खौफ का सन्नाटा है।यहाँ धीरे-धीरे विवाद शुरू हुआ गांव की लड़कियों की लव मैरिज से।

साहू बिरादरी से ताल्लुक रखने वाली लड़कियों ने दूसरे समुदाय के लड़कों से प्रेम विवाह करना शुरू कर दिया।धीरे-धीरे यह गांव में ट्रेंड बनने लगा 7 से 8 लड़कियों ने इसी तरह लव मैरिज की। मामला तब तनावपूर्ण हो गया जब 2 से 3 महीने पहले गांव के ही एक सामाजिक प्रमुख की लड़की ने ऐसा कदम उठा लिया, तब मामला थाने तक पहुंचा था विवाद भी हुआ था। इस घटना से दोनों वर्ग गुस्साए बैठे थे।

गांव के लोगों के अनुसार इस प्रेम विवाह की वजह से समुदायों के बीच तनाव बढ़ा, तो छींटाकशी शुरू हो गई। सीधे तौर पर नहीं मगर तानों में दोनों वर्ग एक दूसरे को कोस रहे थे। छिटपुट ढंग से यह झगड़े गांव के 10 साल से लेकर 25 साल तक के बच्चों और युवाओं में शुरू होने लगा था । कभी किसी को पत्थर मार दिया तो कभी किसी के सामने बोतल फोड़ दी। 5 दिन पहले भी इसी तरह एक बच्चे के सामने बोतल फेंकी गई जिससे वह चोटिल हुआ और इसी वजह से गांव के दोनों समुदाय आपस में भिड़ गए।इसके बाद हुई हिंसक घटनाओं में 3 लोगों की जान अब तक जा चुकी है।

सबसे पहले भुवनेश्वर साहू की हत्या के बाद 10 अप्रैल को छत्तीसगढ़ बंद किया गया । गांव में इस बंद के दिन हिंसक घटना हुई कुछ घरों में आग लगाई गई लोगों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। 11 अप्रैल को खबर आई कि 2 लोगों के शव गांव से कुछ दूरी पर मिले। इन दो नई मौतों ने गांव में शांति व्यवस्था बहाल करने की परिस्थिति को थोड़ा टेढ़ा कर दिया है। प्रशासन अब गांव में मुस्तैदी बढ़ा रहा है आने वाले तीन-चार दिनों तक गांव में कर्फ्यू बना रह सकता है।

बिरनपुर की हिंसक घटना के बाद अब छत्तीसगढ़ पुलिस सोशल मीडिया पर निगरानी रखे हुए है। किसी भी तरह की भ्रामक जानकारी अफवाह तस्वीरें वीडियो पोस्ट करने की मनाही है। ऐसा करने वालों के खिलाफ पुलिस द्वारा अपराध दर्ज करने की चेतावनी दी गई है।

बिरनपुर मामले में छत्तीसगढ़ के सियासी दल अपने मौके तलाश रहे हैं। हालांकि इन परिस्थितियों को देखते हुए गांव के चारों तरफ से जाने वाली सड़कों यहां तक कि तालाब की मेढ़ों पर भी पुलिस फोर्स तैनात है, जहां से लोग पैदल आ जा सकते हैं । गांव में बाहरी लोगों के आने पर रोक है।

प्रशासन जल्द ही दोनों समुदाय के लोगों की एक बैठक करने जा रहा है। जिसमें पिछले दिनों हुई हिंसक घटना और मौतों से जुड़ी कानूनी कार्रवाई को लेकर भी चर्चा होगी । कुछ दायरे भी तय किए जाएंगे जिससे आने वाले दिनों में बेमेतरा के इस गांव में सन्नाटा नहीं बल्कि शांति कायम हो सके।