रायपुर। रायपुर में हुए कांग्रेस महाधिवेशन के दौरान कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के गार्ड ने पीसीसी चीफ मोहन मरकाम को धक्का दे दिया था। मरकाम माला पहनाने के लिए सोनिया गांधी के करीब पहुंचने की कोशिश कर रहे थे, तब यह स्थिति बनी। अब इस घटनाक्रम का वीडियो भी वायरल हो गया है। जिसे लेकर कांग्रेस-भाजपा आमने सामने हो हए हैं। बीजेपी ने इसे आदिवासी नेता का अपमान बताया है। वहीं कांग्रेस ने कहा है कि अमित शाह ने नड्डा को गंदे तरीके से हटाया था।
दरअसल, भारतीय जनता पार्टी के मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी ने मोहन मरकाम को धक्का देने वाला वीडियो शेयर किया। इसके बाद यह तेजी से वायरल हो गया। मरकाम को सिक्योरिटी गार्ड द्वारा हटाए जाने को लेकर कई तरह की चर्चाएं हैं।
वहीं, छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा महामंत्री केदार कश्यप ने कहा राष्ट्रीय अधिवेशन में कांग्रेस का असली चेहरा जनता के सामने आ गया। प्रदेश भाजपा महामंत्री केदार कश्यप ने सवाल किया कि आदिवासी नेता मोहन मरकाम से सोनिया गांधी को कैसा खतरा था? प्रदेश भाजपा महामंत्री केदार कश्यप ने कहा कि आदिवासी कांग्रेस की सिर्फ जुबान पर है। दिल में नहीं। आदिवासी को वोट बैंक समझने वाली कांग्रेस मतलब निकल जाने के बाद पहचानती नहीं है, धकिया देती है।
अध्यक्षों का अपमान रही है भाजपा की परंपरा
मोहन मरकाम के इस मामले को लेकर प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने बयान जारी करते हुए कहा- अध्यक्षों का अपमान भाजपा की परंपरा रही है। जेपी नड्डा मंच पर मोदी के साथ चलने का प्रयास कर रहे थे तो अमित शाह ने उनको गंदे तरीके से हटाया था। यह वीडियो सोशल मीडिया पर उपलब्ध है। भाजपा के नेताओं को इसे देखना चाहिए, हद है राजनीति का पतन नरेंद्र मोदी के काल में भाजपा कर रही है।