नई दिल्ली। तुर्किये-सीरिया में भूकंप से अब तक 41 हजार से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। तुर्किये की मदद के लिए भारत से भी NDRF की टीम भेजी गई थी, जो अब वापस वतन लौट आई है। बता दें कि इस टीम में डॉग स्क्वाड के सदस्य रैम्बो और हनी भी शामिल हैं। इसके अलावा 47 सदस्य भी हैं, जो शुक्रवार को भारत लौट आए हैं।
10 दिनों के सफल ऑपरेशन के बाद भारत लौटी टीम
दरअसल, 6 फरवरी को तुर्किये में भूकंप आने के 24 घंटे के भीतर भारत ने एनडीआरएफ की टीमें भेजकर तुर्किये में ऑपरेशन दोस्त शुरू किया था। तुर्किये में भूकंप के बाद पहुंची एनडीआरएफ की आठवीं बटालियन के जवानों ने अपने साहसी कार्यों से कई जानें बचाईं। करीब 10 दिनों तक सफल तरीके से ऑपरेशन दोस्त चलाकर एनडीआरएफ की एक टीम शुक्रवार को भारत लौट आई है। एनडीआरएफ जवानों का पहला सी-17 ग्लोबमास्टर विमान सुबह 9:00 बजे गाजियाबाद के हिंडन एयरपोर्ट पहुंचा।
तुर्किये को भेजी थी भारत ने मदद
बताते चलें कि भारत ने शक्तिशाली भूकंप से प्रभावित तुर्किये को मानवीय सहायता प्रदान की है। एनडीआरएफ के 50 से अधिक कर्मियों के साथ एक भारतीय वायु सेना का सी-17 विमान राहत सामग्री लेकर तुर्किये के लिए रवाना हुआ था। इसमें विशेष रूप से प्रशिक्षित डॉग स्क्वॉड के साथ आवश्यक उपकरण, चिकित्सा आपूर्ति, ड्रिलिंग मशीन समेत अन्य जरुरी सामान शामिल थे।
NDRF टीम का एयरपोर्ट पर हुआ स्वागत
भारत लौटे एनडीआरएफ के जवानों का हिंडन एयरफोर्स पर एनडीआरएफ के आला अधिकारियों ने ऑपरेशन दोस्त को सफल बनाने पर जोरदार स्वागत किया। एनडीआरएफ के जवान हिंडन एयरपोर्ट से वायु सेना के अधिकारियों से मुखातिब होने के बाद गोविंदपुरम स्थित बटालियन के लिए रवाना हो गए।
6 फरवरी को आया था तुर्किये और सीरिया में भूकंप
बता दें कि इसी महीने 6 फरवरी को तुर्किये और सीरिया में आए भूकंप ने दोनों देशों में भारी तबाही मचाई थी। जानकारी के अनुसार, इस भूकंप से अब तक 41 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, भूकंप के तुरंत बाद प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट करते हुए तुर्किये और सीरिया को मदद का भरोसा दिलाया था और इसके तुरंत बाद भारत ने ऑपरेशन दोस्त की शुरूआत की थी।