पाकिस्तानी PM को भाई नवाज की नसीहत; गुजरात में 15 मई तक पटाखे-ड्रोन के इस्तेमाल पर रोक

नई दिल्ली । ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाए पाकिस्तान ने भारत के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की, जिसे भारतीय सेनाओं ने पूरी तरह नाकाम कर दिया। लड़ाकू विमानों, ड्रोन, रॉकेट व मिसाइलों के जरिए पाकिस्तान ने गुरुवार रात 8 से 10 बजे के बीच जम्मू, पठानकोट, फिरोजपुर, कपूरथला, जालंधर व जैसलमेर के सैन्य ठिकानों और आयुध केंद्रों पर हमला किया। भारत ने जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के हमले को नाकाम कर दिया और उसके रडार सिस्टम को तबाह कर दिया। ताजा घटनाक्रम में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को बड़े भाई ने कूटनीतिक समाधान तलाशने को कहा है।

नवाज ने PM शहबाज को समझाया- कूटनीतिक रास्ता तलाशें
भारत के साथ बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को बड़े भाई नवाज शरीफ ने कूटनीतिक समाधान तलाशने की नसीहत दी है। उन्होंने तनाव कम करने के रास्ते तलाशने की बात भी कही है।

गुजरात में 15 मई तक पटाखे-ड्रोन के इस्तेमाल पर रोक
पड़ोसी देश के साथ बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तान की सीमा से सटे गुजरात में हालात संवेदनशील हैं। प्रदेश के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने कहा, इस महीने की 15 तारीख तक गुजरात में किसी भी समारोह या कार्यक्रम में पटाखे या ड्रोन की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने राज्य के लोगों से सहयोग करने और दिशानिर्देशों का पालन करने की अपील की।

इंडिगो ने कई शहरों के लिए 10 मई तक रद्द किए विमान
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच विमानन कंपनी इंडिगो ने कहा है कि श्रीनगर, जम्मू, अमृतसर, लेह, चंडीगढ़, धर्मशाला, बीकानेर, जोधपुर, किशनगढ़ और राजकोट से आने-जाने वाली सभी उड़ानें 10 मई की मध्यरात्रि तक रद्द कर दी गई हैं। इंडिगो ने यात्रियों को आश्वासन दिया है कि वह अपने आधिकारिक चैनलों के माध्यम से अपडेट बताएगा। यात्रा योजनाओं में बदलाव और सहायता का वादा करते हुए इंडिगो ने शुक्रवार को अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर यह सूचना दी।

राज्यों को आपातकालीन शक्तियों का इस्तेमाल करने का निर्देश

गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों और प्रशासकों को पत्र लिखकर उनसे आवश्यक एहतियाती उपायों के कुशल कार्यान्वयन के लिए नागरिक सुरक्षा नियमों के तहत आपातकालीन शक्तियों का प्रयोग करने का निर्देश दिया है।

सिंधु जल समझौते में विश्व बैंक की भूमिका बस मध्यस्थ की’

सिंधु जल समझौते में विश्व बैंक की भूमिका को लेकर विश्व बैंक के प्रमुख अजय बंगा ने कहा कि ‘हमारी भूमिका केवल एक मध्यस्थ के रूप में ही है। मीडिया में इस बारे में बहुत अटकलें लगाई जा रही हैं कि विश्व बैंक किस तरह से इस समस्या को हल करेगा, लेकिन यह सब बकवास है। विश्व बैंक की भूमिका केवल एक मध्यस्थ की है।’