नई दिल्ली। लोकसभा चुनावों से पहले भाजपा की भी एक ‘बड़ी यात्रा’ शुरू होने वाली है। यह यात्रा राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की तरह तो नहीं होगी, लेकिन भाजपा के ओबीसी मोर्चा (BJP OBC Morcha) द्वारा शुरू होने वाला आउटरीच प्रोग्राम दस महीने तक चलने वाला है। योजना के मुताबिक अप्रैल से पूरे देश भर के अलग-अलग राज्यों में ओबीसी मोर्चा का यह आउटरीच प्रोग्राम शुरू होगा। सियासी गलियारों में चर्चा इस बात की हो रही है कि ओबीसी मोर्चा के इस आउटरीच प्रोग्राम से भाजपा न सिर्फ ओबीसी तबके के लोगों से संपर्क करेगी, बल्कि अलग-अलग दूसरे कार्यक्रमों और जनसंपर्क अभियान के माध्यम से जनता से जुड़ाव करके 2024 के लोकसभा चुनावों की पूरी भूमिका बनाएगी।
भाजपा के ओबीसी मोर्चा से जुड़े एक वरिष्ठ नेता बताते हैं कि इसी महीने होने वाली मोर्चा की एक्जीक्यूटिव काउंसिल की बैठक में आउटरीच कार्यक्रम की तारीख और समय सीमा के बारे में सब कुछ तय कर लिया जाएगा। फिलहाल तय योजना के मुताबिक ओबीसी मोर्चा का आउटरीच कार्यक्रम अप्रैल से शुरू होकर अगले 10 महीने तक देश के हर राज्य शहर तहसील और कस्बे तक पहुंचेगा। इस कार्यक्रम में ओबीसी मोर्चा के संगठनात्मक स्तर पर जुड़े हर व्यक्ति को एक विशेष टास्क देकर राज्यों में ओबीसी समुदाय के लिए चलाई जाने वाली योजनाओं के बारे में अवगत कराया जाएगा।
भाजपा के ओबीसी मोर्चा से जुड़े एक वरिष्ठ नेता कहते हैं कि दस महीने के अपने मेगा आउटरीच प्रोग्राम के माध्यम से वह ‘गांव-गांव घर-घर चलो’ स्लोगन के माध्यम से देश के हर ओबीसी समुदाय तक पहुंचने का टास्क लेकर चल रहे हैं। मोर्चा से जुड़े नेताओं का कहना है कि उनकी पार्टी हर समुदाय का विशेष ध्यान रखती है। ओबीसी के लिए उनकी पार्टी ने बहुत सी योजनाएं शुरू की हैं और आरक्षण के मुद्दे पर उनका साथ दिया। पार्टी अब लोकसभा चुनाव से पहले इस समुदाय के लोगों से इन्हीं सभी योजनाओं के माध्यम से सीधे तौर पर जोड़ना चाहती है।
भाजपा की योजना के मुताबिक वह सिर्फ ओबीसी मोर्चा के माध्यम से ही लोगों से नहीं जुड़ना चाह रही है, बल्कि दूसरे आने वाले कार्यक्रमों के माध्यम से भी 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले लोगों तक पहुंच बनाने की तैयारी में लगी हुई है। पार्टी से जुड़े वरिष्ठ नेता बताते हैं कि पार्टी के सभी अन्य संगठनों को जन-जन तक केंद्र सरकार की योजनाओं को पहुंचाने के साथ-साथ हमको अगली योजनाओं के बारे में अवगत कराने के लिए निर्देशित किया जा चुका है। शनिवार को भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने बूथ स्तर के नेताओं से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुलाकात कर संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने और केंद्रीय योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए व्यवस्था शुरू कर दी है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि ओबीसी मोर्चा के इतने लंबे समय तक चलने वाले आउटरीच कार्यक्रमों का सियासी तौर पर पार्टी को फायदा मिलेगा। राजनीतिक विश्लेषक आरके चौरसिया कहते हैं कि उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव से ओबीसी समुदाय में एक फैसले के चलते नाराजगी जैसा माहौल तो जरूर बना था, लेकिन योगी सरकार ने उसको समय रहते न सिर्फ दुरुस्त किया, बल्कि सुप्रीम कोर्ट जाकर ओबीसी समुदाय में एक संदेश भी दिया कि वह उनके हक के लिए हर स्तर पर जाकर लड़ाई लड़ेंगे। वह कहते हैं कि ऐसे दौर में मोर्चा की ओर से चलाए जाने वाले एक बड़े आउटरीच कार्यक्रम का सियासी फायदा तो होगा ही।
वहीं आउटरीच कार्यक्रम के संबंध में भाजपा के वरिष्ठ नेता कहते हैं कि यह कांग्रेस के भारत जोड़ो यात्रा जैसा कोई भी कार्यक्रम नहीं है। उनका कहना है कि भाजपा और उसके सभी संगठन लगातार और हमेशा जनता के बीच में ही रहते हैं। इसलिए उनको ऐसे किसी भी भारत जोड़ो यात्रा जैसे कार्यक्रम की आवश्यकता नहीं पड़ती है। रही बात संगठन की ओर से चलाए जाने वाले बड़े आउटरीच कार्यक्रम की तो वह कहते हैं कि केंद्र की योजनाओं से देश की जनता को अवगत कराने का यह एक बड़ा कार्यक्रम होगा।