
नई दिल्ली । भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टी20 क्रिकेट की बढ़ती साख के बीच वनडे क्रिकेट के भविष्य का समर्थन किया है। रोहित ने ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क के साथ एक पॉडकास्ट में बताया कि किस तरह आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी अभियान के दौरान उनकी टीम को चुनौतियों का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि वनडे क्रिकेट हमेशा से ऐसी चुनौती पेश करता है जो कोई प्रारूप नहीं देता।
रोहित ने वनडे प्रारूप को बताया खास
रोहित ने इस बात पर जोर दिया कि मौजूदा व्यवस्था में टी20 क्रिकेट की बढ़ती लोकप्रियता के बावजूद, वनडे क्रिकेट खेल के सबसे सम्मानित प्रारूपों में से एक बना हुआ है। उन्होंने बताया कि 50 ओवर के प्रारूप से उनका जुड़ाव गहरा है, जो एक क्रिकेटर के रूप में उनके प्रारंभिक वर्षों से जुड़ा है। रोहित ने कहा, मुझे पता है कि वनडे क्रिकेट को लेकर कई तरह की बातें की जाती हैं कि यह स्थायी है या नहीं। हम सभी लोग वनडे विश्व कप, आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी देखकर ही बड़े हुए हैं और हमने ये खेल खेला भी है। वो सब मैच रोमांचक होते हैं। मुझे पता है कि वह पहले की बातें हैं क्योंकि लोग अब टी20 क्रिकेट देख रहे हैं, लेकिन वनडे क्रिकेट की चुनौती अलग ही है।
रोहित की कप्तानी में भारत ने जीती थी चैंपियंस ट्रॉफी
भारत ने हाल ही में रोहित की कप्तानी में चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता था। रोहित ने इस दौरान पांच मैचों में 180 रन बनाए थे। उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ फाइनल मैच में 83 गेंदों पर 76 रन बनाए थे जिससे भारत खिताब अपने नाम करने में सफल रहा था। वनडे में रोहित का रिकॉर्ड काफी अच्छा है। उन्होंने 273 मैचों में 11138 रन बनाए हैं। उन्होंने वनडे विश्व कप 2023 में भी प्रभावित किया था।
फिलहाल रोहित आईपीएल 2025 में हिस्सा ले रहे हैं और मुंबई इंडियंस का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। रोहित का बल्ला आईपीएल में अब तक खामोश है और उन्होंने पांच मैचों में 11.20 के औसत से 56 रन बनाए हैं। रोहित इस बार कुछ मैचों में इम्पैक्ट प्लेयर के तौर पर भी उतरे हैं।