नई दिल्ली। पूर्व भारतीय कोच अनिल कुंबले का कहना है कि भविष्य में टी-20 क्रिकेट में ‘पावर हिटिंग’ का दबदबा रहेगा। भारतीय टीम को ऐसा क्रिकेट खेलने की जरूरत है, जिसमें बल्लेबाज टीम में संतुलन के लिए गेंद से भी योगदान दे सकें। कुंबले ने कहा, मुझे लगता है कि ऐसा निश्चित रूप से किए जाने की आवश्यकता है।
अक्सर हम गेंदबाजों के बल्लेबाजी करने के बारे में बात करते रहते हैं। लेकिन मुझे लगता है कि भारतीय क्रिकेट में आपको ऐसे बल्लेबाजों की जरूरत है जो टीम के संतुलन के लिए गेंदबाजी भी कर सकें। इंग्लैंड के पास यही चीज थी। उनके पास काफी ज्यादा विकल्प थे। उन्होंने लियाम लिविंगस्टोन का इस्तेमाल किया। मोईन अली ने मुश्किल से इस टूर्नामेंट में गेंदबाजी की है। इसलिये आपको इस तरह के विकल्पों की जरूरत होती है।
चयन पर भी उठाए सवाल
कुंबले ने टीम के चयन पर भी सवाल उठाए और मौजूदा चलन में बदलाव की वकालत की। उन्होंने कहा, दुर्भाग्य से यहां तक भारत ए की जो टीम चुनी जाती है, उसमें ज्यादातर बल्लेबाज ऐसे हैं जो गेंदबाजी नहीं कर पाते। इसलिए महत्वपूर्ण है कि हम ऐसा क्रिकेट ब्रांड तैयार करें और इसे पूरी प्रक्रिया में शामिल किए जाने की जरूरत है। मुझे लगता है कि जितना ज्यादा आप टी-20 क्रिकेट खेलोगे, यह ऐसा होता जाएगा, जिसमें आप मैदान पर उतरते ही अपनी ताकत दिखाओगे।
भारतीयों को मिले विदेशी लीग में खेलने की अनुमति
कुंबले ने कहा कि बीसीसीआइ युवा खिलाडि़यों को वेस्टइंडीज और अमेरिका में होने वाले 2024 टी20 विश्व कप से पहले अनुभव हासिल करने के लिए दुनिया भर में विभिन्न टी20 लीग में भाग लेने की अनुमति दे। मुझे लगता है कि वहां के हालात में खेलने का अनुभव निश्चित रूप से मदद करता है। आइपीएल में विदेशी खिलाड़ियों के आने से भारतीय क्रिकेट को निश्चित रूप से मदद मिली है। अगर किसी युवा खिलाड़ी को विदेश भेजने से उसके खेल में सुधार होता है तो फिर हमें ऐसा करना चाहिए।