छत्तीसगढ़: आईईडी विस्फोट में सीएएफ जवान शहीद, सड़क निर्माण कार्य की सुरक्षा ड्यूटी के दौरान धमाका

बीजापुर।  छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी विस्फोट में सीएएफ जवान की मौत हो गई है. पुलिस अधिकारी ने बताया कि 19वीं बटालियन सीएएफ के जवान मनोज पुजारी (26) तोयनार फरसेगढ़ सड़क निर्माण कार्य की सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात थे. ड्यूटी के दौरान उनका पैर नक्सलियों के लगाए प्रेशर IED पर आ गया और वो शहीद हो गए.

बीजापुर में सीएएफ का जवान शहीद

पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह घटना तोयनार थाना क्षेत्र के मोरमेड जंगल में हुई, जो तोयनार से लगभग 4 किलोमीटर दूर स्थित है. घटना के बाद सुरक्षाबलों का क्षेत्र में सर्च अभियान जारी है.

बस्तर में चला रहा एंटी नक्सल ऑपरेशन

 माओवादियों के खात्मे के लिए पूरे बस्तर में एंटी नक्सल ऑपरेशन चलाया जा रहा है. एंटी नक्सल ऑपरेशन के दौरान जवान नक्सलियों की तलाश में घने जंगलों में सर्चिंग के लिए जा रहे हैं. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है कि 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद का खात्मा कर दिया जाएगा. माओवाद के खात्मे की डेडलाइन तय होने के बाद से जवान लगातार नक्सिलयों पर हथियार डालने के लिए दबाव बढ़ा रहे हैं. बढ़ते दवाब के चलते नक्सली बड़ी संख्या में हथियार डाल सरेंडर कर रहे हैं लेकिन अपनी मौजूदगी जताने के लिए आईईडी ब्लास्ट जैसे तरीके भी अपना रहे हैं. कुछ दिन पहले ही माओवादियों ने बाकायदा एक पर्चा जारी कर ग्रामीणों को पहाड़ों पर न जाने की चेतावनी भी दी है. माओवादियों के इस कथित पर्चे में पहाड़ों पर सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के लिए आईईडी लगाने का जिक्र किया है.

नई नक्सल पुनर्वास नीति

माओवादियों के सरेंडर के लिए विष्णु देव साय सरकार नई सरेंडर पॉलिसी लेकर आई है. लोन वर्राटू और पूर्ना नारकोम जैसी योजनाओं के जरिए भटके हुए युवा माओवादियों को वापस समाज की मुख्यधारा से जोड़ा जा रहा है. सरेंडर करने वाले माओवादियों को नगद राशि के साथ कई सरकारी सुविधाएं भी मिल रही हैं.