नई दिल्ली। इसी हफ्ते सोशल मीडिया की पैरेंट कंपनी मेटा ने कर्मचारियों को निकालने का अहम फैसला लिया। निकाले जाने वाले 13 फीसद कर्मचारियों में कुछ भारतीय नागरिक ऐसे हैं जो अपनी अच्छी खासी नौकरी छोड़ दो-तीन दिन पहले ही मेटा प्लेटफार्म से जुड़े थे।
इंस्टाग्राम, फेसबुक और व्हाट्सएप की पैरेंट कंपनी मेटा ने करीब 11 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की घोषणा कर दी। इन कर्मचारियों में अनेक भारतीय नागरिक हैं। नौकरी से निकाले जाने के बाद इनके लिए अपने देश से दूर अमेरिका में रहने का मतलब नहीं दिख रहा, और ये स्वदेश वापसी का फैसला ले रहे हैं।
इनमें से एक IT पेशेवर नीलिमा अग्रवाल हैं। इन्होंने दो दिन पहले ही मेटा प्लेटफार्म पर नौकरी करना शुरू किया था। इस बारे में उन्होंने लिंक्डइन पर भी बताया कि नौकरी खोने वाले लोगों में वे भी शामिल हैं।
मात्र एक सप्ताह पहले नीलिमा भारत से कनाडा गईं थीं। इसके लिए उन्हें काफी लंबी वीजा प्रक्रिया से गुजरना पड़ा। लेकिन दुर्भाग्य से उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया। मेटा के लिए नीलिमा ने हैदराबाद में माइक्रोसाफ्ट आफिस में दो साल पुरानी नौकरी छोड़ी थी। बेंगलुरु स्थित अमेजन आफिस में तीन साल से अधिक समय तक काम करने के बाद विश्वजीत झा ने कहा कि तीन दिन पहले ही वे मेटा से जुड़े थे और अब उन्हें निकाल दिया गया है।