
इंदौर। इंदौर निवासी ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में पत्नी सोनम समेत अब तक पांच लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। बताया गया कि सोमवार सुबह सोनम ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में आत्मसमर्पण किया। मामले की जांच कर रही मेघालय पुलिस के अनुसार इस हत्याकांड को दूसरे आरोपियों ने अंजाम दिया, लेकिन हत्या की साजिश रचने में सोनम की भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता, क्योंकि राज का शव मिलने के बाद से सोनम इतने दिन तक अंडरग्राउंड थी। हत्या के पीछे एक वजह सोनम और राज कुशवाहा के प्रेम-प्रसंग को भी माना जा रहा है। हत्या की असल वजह क्या रही अभी पुलिस इसकी जांच कर रही है।
बता दें कि राजा रघुवंशी का शव 2 जून को मेघालय के शिलांग स्थित ओसरा हिल्स की गहरी खाई से मिला था। शव मिलने के बाद से ही पत्नी सोनम रघुवंशी लापता थी। उसकी तलाश लगातार जारी थी।
गाजीपुर के ढाबे से हिरासत में ली गई सोनम
इंदौर क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि सोनम को गाजीपुर के नंदबाग इलाके के एक ढाबे से हिरासत में लिया गया है। देर रात पुलिस को सोनम की लोकेशन की सूचना मिली थी। सोनम ने अपने भाई को फोन किया था, जिससे पुलिस को उसका सुराग मिला।
क्यों इतने दिनों तक अंडरग्राउंड थी सोनम
मामले की जांच कर रही मेघालय पुलिस ने बताया कि राजा के सिर पर धारदार हथियार से वार के दो निशान थे। शुरुआती जांच के मुताबिक हत्याकांड को दूसरे आरोपियों ने अंजाम दिया, लेकिन हत्या की साजिश रचने में सोनम की भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता। आखिर सोनम भी इतने दिनों तक अंडरग्राउंड थी। अभी यह कहना मुश्किल है कि हत्या का मकसद क्या था, लेकिन अगर हम सभी तथ्यों को जोड़ते हैं तो पता चलता है कि राज कुशवाहा और सोनम की इसमें मिलीभगत रही होगी। राज कुशवाहा यहां नहीं था, लेकिन वह अन्य तीन आरोपियों के संपर्क में था।