छत्तीसगढ़: प्रदेशभर में कल के बाद बारिश की गतिविधियों में आएगी तेजी, गरज-चमक के साथ पड़ेंगी बौछारें

रायपुर ।प्रदेश में कल यानी 10 जून के बाद बारिश की गतिविधियों में तेजी आएगी। प्रदेश में अभी एक से दो दिन तक मौसम ड्राई रहेगा। इसके बाद गरज-चमक के साथ प्रदेश भर में बारिश होगी। लेकिन इससे पहले प्रदेश का औसत तापमान एक से दो डिग्री और बढ़ सकता है। मौसम विभाग की माने तो आज और कल मध्य छत्तीसगढ़ में टेम्प्रेचर 41-43 डिग्री तक पहुंच सकता है।

दरअसल, मानसून को आगे बढ़ाने वाले दोनों बड़े सिस्टम बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से आने वाली हवाएं फिलहाल कमजोर पड़ गई हैं। इसका असर ये हुआ है कि मानसून नारायणपुर और कोंडागांव से आगे नहीं बढ़ पा रहा है। बस्तर में अटक गया है।

इस बीच मौसम विभाग ने आज बस्तर संभाग के बीजापुर, दंतेवाड़ा, बस्तर, कोंडागांव और सुकमा में थंडर स्टॉर्म का यलो अलर्ट जारी किया है। यहां गरज-चमक के साथ 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है। बिजली गिर सकती है। अन्य जिलों में मौसम सामान्य रहेगा। रविवार को रायपुर 42.2°C के साथ सबसे गर्म रहा।

बस्तर में 37.6 मिलीमीटर बारिश

बारिश की स्थिति की बात करें तो रविवार को बस्तर में 37.6 MM, दंतेवाड़ा में 20.0 MM, जशपुर और गरियाबंद में 10 MM बारिश हुई है।

जून में पिछले 7 दिन में 30 फीसदी कम बारिश

पिछले माह लगातार बने सिस्टम और करीब 14 दिन पहले आए मानसून ने पूरे छत्तीसगढ़ में मई महीने में जमकर बारिश कराई। इस दौरान औसत से 373 फीसदी ज्यादा पानी गिर गया। इसके बाद से मानसून पिछले करीब 12 दिनों से ठहरा है। यह आगे ही नहीं बढ़ रहा है।

इस वजह से जून का पहला सप्ताह लगभग सूखा बीत गया। पिछले सात दिनों में हुई बारिश औसत से 30 फीसदी कम है।

22 मई से 28 मई के बीच 53.51 मिमी बारिश

छत्तीसगढ़ में 22 मई से 28 मई के बीच 53.51 मिलीमीटर औसत बारिश हो चुकी है। प्रदेश में मानसून में औसतन 1200 मिलीमीटर पानी बरसता है। पिछले साल 1276.3 MM पानी गिरा था।

लंबा रह सकता है मानसून

मानसून के केरल पहुंचने की सामान्य तारीख 1 जून है। इस साल 8 दिन पहले यानी 24 मई को ही केरल पहुंच गया। मानसून के लौटने की सामान्य तारीख 15 अक्टूबर है। अगर इस साल अपने नियम समय पर ही लौटता है तो मानसून की अवधि 145 दिन रहेगी। इस बीच मानसून ब्रेक की स्थिति ना हो तो जल्दी आने का फायदा मिल सकता है।