
नई दिल्ली। कोरोना के नए मामलों में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। पिछले पांच दिनों में कोरोना के मरीजों की संख्या में करीब 4.6 गुना की बढ़ोतरी हो चुकी है। 19 मई को दिल्ली में कोरोना के पांच मरीज थे, लेकिन आज यह संख्या बढ़कर 23 हो चुकी है। इसमें ज्यादातर नए केस प्राइवेट लैब्स की रिपोर्ट पर आधारित हैं। लेकिन, केंद्र सरकार के कोविड डैशबोर्ड पर कोरोना को लेकर कोई नई जानकारी अपडेट नहीं की जा रही है। इस पर कोरोना पीड़ितों की संख्या अभी भी 257 दिखाई जा रही है जो स्थिति 19 मई को थी। इसे अब तक अपडेट नहीं किया गया है। 19 मई तक कोरोना देश के 11 राज्यों में फैल चुका था।
राजधानी दिल्ली में सभी बड़े अस्पतालों को कोरोना के संभावित मरीजों के इलाज के लिए तैयार कर दिया गया है। मरीजों की संभावित वृद्धि के बाद भी इलाज में किसी को किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए अधिकारियों को सतर्क कर दिया गया है। आठ अधिकारियों की विशेष टीम कोरोना के मामलों पर लगातार निगरानी रख रही हैं। अधिकारी अस्पतालों का दौरा कर कोरोना मामलों की जानकारी ले रहे हैं।
मंत्री ने कहा-चिंताजनक स्थिति नहीं
दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री पंकज कुमार सिंह ने बताया है कि दिल्ली में कोरोना के आंकड़ों में वृद्धि हुई है। प्राइवेट लैब्स से आए कुछ नए आंकड़ों के बाद दिल्ली में कोरोना पीड़ितों की संख्या 23 तक पहुंच चुकी है। पिछले पांच दिनों में कोरोना के पीड़ितों में करीब चार से पांच गुने की वृद्धि हुई है, लेकिन मंत्री ने भरोसा जताया है कि कोरोना का नया वेरिएंट बहुत ज्यादा संक्रामक नहीं है। उन्होंने कहा है कि इससे निपटने के लिए अस्पताल पूरी तरह तैयार हैं। किसी इमरजेंसी वाली स्थिति के लिए भी सरकार और अस्पताल पूरी तरह तैयार हैं, इसलिए लोगों को किसी प्रकार की चिंता करने की आवश्यकता नहीं है।
ऑक्सीजन की पूरी व्यवस्था
पिछली बार कोरोना की दूसरी लहर आने के बाद कोरोना के मरीजों की भारी संख्या में मौत हुई थी। उस दौरान मरीजों को सांस लेने में सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ा था। ऑक्सीजन की कमी उस समय देश के सामने सबसे बड़ी समस्या बनकर उभरी थी। इसके बाद देश के छोटे-बड़े अस्पतालों में ऑक्सीजन की उपलब्धता को सुनिश्चित करने और किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रहने की बात कही गई थी। पंकज सिंह ने बताया है कि दिल्ली के अस्पताल पूरी तरह तैयार हैं और सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है।
संख्या में विशेष बढ़ोतरी का अनुमान नहीं
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का अनुमान है कि इस बार कोरोना बहुत ज्यादा संक्रामक और गंभीर रुख नहीं दिखा रहा है, इसलिए मरीजों की संख्या बहुत बढ़ने के अनुमान नहीं हैं। कोरोना का वायरस अब समाज के बीच फैल चुका है, ऐसे में अनुमान है कि अन्य वायरसों की तरह वह समय-समय पर अपना कुछ असर दिखाता रहेगा। लेकिन जब तक इसके वायरस में कोई बहुत बड़ा परिवर्तन (म्यूटेशन) नहीं होता, यह बहुत गंभीर या संक्रामक रुख नहीं अपना सकता। लोगों के बीच पैदा हो चुकी हर्ड इम्यूनिटी (रोग प्रतिरोधक क्षमता) लोगों की रक्षा करेगी। सरकार की भी तैयारी पूरी है।