कोरबा: एसईसीएल की खदानों में चोर गिरोह सक्रिय, 2000 लीटर डीजल जप्त; पुरुषोत्तम नामक सरगना गिरफ्तार

कोरबा। ठंड का मौसम परिवहन चढ़ने के साथ एसईसीएल कोलफील्ड्स इलाके में चोर गिरोह सक्रिय हो गया है और अपनी हरकतों को अंजाम देने में जुटा हुआ है। कोरबा जिले के दीपका क्षेत्र में पुलिस ने कुछ सूचनाओं के आधार पर कार्रवाई करते हुए पुरुषोत्तम नामक सरगना को गिरफ्तार किया है। इस मामले में लगभग 2000 लीटर डीजल को जप्त किया गया है जिसकी अनुमानित कीमत ₹200000 आंकी गई है।


दीपका पुलिस थाना क्षेत्र मैं साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की गेवरा और दीपका जैसी बड़ी कोयला परियोजना संचालित हैं। पिछले वर्षों में उत्पादन का रिकॉर्ड बनाने के साथ इनका नाम इसलिए भी हुआ क्योंकि यहां से व्यापक पैमाने पर संगठित चोर गिरोह के द्वारा कबाड़, कोयला और डीजल की चोरी की गई । इस मामले में जहां कोयला कंपनी को करोड़ों की चपत लगी, वही चोरी चकारी करने वाला वर्ग और उनके संरक्षण प्रदाता मालामाल हो गए। जानकारी के अनुसार गेवरा दीपका इलाके से एसईसीएल की मशीनरी को टारगेट कर डीजल की चोरी फिर से शुरू होने के बारे में लगातार शिकायत मिल रही थी । यहां बताना जरूरी होगा कि साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड प्रबंधन के द्वारा अपने क्षेत्र में सुरक्षा प्रबंध की जिम्मेदारी त्रिपुरा राइफल्स और सीआईएसएफ के अलावा दूसरी एजेंटीयों को दी गई है जिन पर हर महीने कई लाख रुपए खर्च किए जा रहे हैं। पता चला कि अवैध गतिविधियों की शुरुआत होने और कुछ लोगों की सकरी भागीदारी होने को लेकर जानकारी जुटाई जा रही थी। इससे पहले पता चला कि पुरुषोत्तम नामक व्यक्ति अपने कुछ सहयोगियों के साथ मिलकर डीजल चोरी करवा रहा था। इस पर पुलिस ने संज्ञान लेने के साथ इस वर्ष की सबसे बड़ी कार्रवाई की। मालूम चला कि ढुरेना नाला इलाके में छिपाई गई कई जारीकेन जब्त हुई है। इसके अलावा एक बोलेरो वाहन भी मिला है जिसमें भी चोरी का डीजल रखा हुआ था ।चोरों की योजना इस सामान को यहां वहां कंज्यूम करने की थी ताकि रकम प्राप्त हो सके। मालूम हुआ कि इस कार्रवाई के दौरान 67 जरीकेनों में रखा हुआ डीजल पुलिस को प्राप्त हुआ है। वर्तमान में विभिन्न तेल कंपनियों के द्वारा जिस दर पर डीजल की बिक्री उपभोक्ताओं को की जा रही है उसके हिसाब से जप्त किया गया डीजल लगभग ₹2 लाख कीमत का है। वर्ष 2024 में की गई इस कार्रवाई से अब आगे व्यापक अभियान संचालित करने की जरूरत महसूस की जा रही है।