बीजापुर। दंतेवाड़ा-नारायणपुर जिला के सीमाई क्षेत्र में शुक्रवार को सुरक्षा बल के एंटी-नक्सल ऑपरेशन के बाद नक्सलियों की बौखलाहट देखने को मिली। नक्सलियों ने सुरक्षाबल के ऑपरेशन के तुरंत बाद जनअदालत लगाकर मुखबिरी के शक में दो युवकों, अर्जुन पुनेम और मोटू कुरसम की बेरहमी से हत्या कर दी। वहीं, कुछ ग्रामीणों को पिटाई के बाद छोड़ दिया गया। यह मामला गंगालूर थाना क्षेत्र के सावनार का है। फिलहाल, मामले की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
बता दें कि शुक्रवार को दंतेवाड़ा जिला के बारसूर पुलिस थाना के ग्राम थुलथुली और नारायणपुर जिला के ओरछा पुलिस थाना के ग्राम नेंदूर के जंगलों में नक्सल विरोधी अभियान चलाया गया, जिसमें डीआरजी दंतेवाड़ा/नारायणपुर और एसटीएफ के जवानों ने 31 से ज्यादा नक्सलियों को मार गिराया। इसे सुरक्षा बल की अब तक की सबसे बड़ी सफलता माना जा रहा है। इससे पहले बस्तर संभाग के नक्सल प्रभावित कांकेर जिले के जंगलों में बीते 16 अप्रैल को सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई थी, जिसमें 29 नक्सलियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया था।
सुरक्षा बल की कार्रवाई से बौखलाए नक्सली
पुलिस और सुरक्षाबल के जवान नक्सल प्रभावित इलाकों में लगातार सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं। इसी साल जवानों ने अलग-अलग मुठभेड़ों में 188 नक्सलियों को मार गिराया गया है। जिन इलाकों में यह कार्रवाई हुई है, उनमें बस्तर क्षेत्र के दंतेवाड़ा और नारायणपुर सहित 7 जिले शामिल हैं। वहीं, सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं। बस्तर रेंज के आईजी सुंदरराज पी ने दंतेवाड़ा मुठभेड़ से पहले बताया था कि बस्तर संभाग में मानसून सीजन में ही 212 से ज्यादा नक्सली गिरफ्तार हुए हैं। नक्सल विरोधी अभियान के दौरान 201 नक्सलियों ने सरेंडर भी किया है। ऐसे में नक्सलियों की कमर टूटने लगी है और वे बौखलाहट में नजर आ रहे हैं।