नईदिल्ली : आम आदमी पार्टी (AAP) के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दिल्ली शराब नीति घोटाले मामले में 21 मार्च की रात गिरफ्तार कर लिया है। अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी ने AAP के साथ-साथ दिल्ली सरकार के सामने नेतृत्व संकट का सवाल खड़ा कर दिया है।
अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद अब हर कोई ये जानना चाहता है कि क्या दिल्ली में अब कोई नया सीएम होगा और होगा तो कौन बनेगा? रिपोर्ट के मुताबिक केजरीवाल अगर सीएम पद से इस्तीफा देते हैं तो उनकी की जगह उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल दिल्ली की नई मुख्यमंत्री बन सकती हैं। दिल्ली की नई सीएम बनने की लिस्ट में सुनिता केजरीवाल का नाम सबसे ऊपर चल रहा है। सुनिता केजरीवाल के अलावा कैबिनेट मंत्री आतिशी और सौरभ भारद्वाज का नाम भी सीएम बनने की लिस्ट में है। रिपोर्ट के मुताबिक सुनिता केजरीवाल को काफी वक्त से दिल्ली में कामकाज के तौर-तरीके समझाए जा रहे थे। हालांकि नए सीएम की बात अभी कयास हैं। क्योंकि आप ने पहले कहा था कि केजरीवाल जेल जाने के बाद भी सीएम रहेंगे और इस्तीफा नहीं देंगे।
कौन हैं सुनिता केजरीवाल?
सुनीता केजरीवाल को कई मौकों पर अपने पति अरविंद केजरीवाल के साथ देखा गया है। हालांकि सुनीता केजरीवाल राजनीति में सक्रिय नहीं हैं। सुनीता केजरीवाल इस वक्त एक हाउसवाइफ की तरह घर को संभाल रही हैं।अरविंद केजरीवाल और सुनीता केजरीवाल की शादी 1995 में हुई थी। अरविंद और सुनिता के दो बच्चे हैं, बेटी हर्षिता और बेटा पुलकित।
सुनीता केजरीवाल पहले आईआरएस यानी राजस्व अधिकारी रह चुकी हैं। अरविंद केजरीवाल और सुनिता मैसूर में एक साथ पढ़ते थे। सुनीता केजरीवाल 1993 बैच की आईआरएस अधिकारी हैं। सुनीता केजरीवाल ने जुलाई 2016 में वीआरएस ले लिया था। सुनीता ने आयकर विभाग में लगभग 22 सालों तक काम किया है
सुनीता केजरीवाल वीआरएस लेने से पहले दिल्ली में आयकर अपीलीय न्यायाधिकरण (आईटीएटी) में आयकर आयुक्त के रूप में तैनात थीं। सुनीता केजरीवाल को अभी भी पेंशन मिलता है…क्योंकि उन्होंने 20 साल से ज्यादा सर्विस दी है।”1993 बैच की आईआरएस अधिकारी सुनीता की मुलाकात 1995 बैच के आईआरएस अधिकारी केजरीवाल से भोपाल में एक प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान हुई थी, जिसके बाद उन्होंने शादी करने का फैसला किया।
अरविंद केजरीवाल ने साल 2006 में आईआरएस के पद से इस्तीफा दिया था। वह भारतीय राजस्व सेवा में बतौर ज्वाइंट कमिश्नर तैनात थे। रिकॉर्ड्स के मुताबिक, सुनीता केजरीवाल के पास जूलॉजी में मास्टर्स डिग्री है। 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान जब केजरीवाल ने वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ा था, तब सुनीता ने कार्यालय से लंबी छुट्टी ले ली थी।