छत्तीसगढ़: प्रदेश की इस सीट को BJP क्यों मान रही सबसे अहम? 22 फरवरी को गृहमंत्री अमित शाह करेंगे चुनावी शंखनाद

Home Minister Amit Shah will hold an election rally in Janjgir Champa on 22 February

जांजगीर। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 22 फरवरी को छत्तीसगढ़ के दौरे पर रहेंगे। रायपुर में भाजपा पदाधिकारियों की बैठक के बाद दोपहर में गृहमंत्री का जांजगीर चांपा जिले के हाईस्कूल मैदान पर आगमन होगा। वह जहां लोकसभा चुनाव का शंखनाद करेंगे। इसको लेकर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने संगठन के साथ तैयारियों को लेकर बैठकें शुरू कर दी हैं। जिसमें चार लोकसभा क्षेत्र के प्रभारी राजेश मूढ़त और जांजगीर चांपा लोकसभा प्रभारी गौरी शंकर अग्रवाल ने जिला भाजपा कार्यालय में लोकसभा स्तरीय बैठक की और पदाधिकारियों के साथ कार्यकर्त्ताओं में लोकसभा चुनाव को लेकर गृहमंत्री के कार्यक्रम को सफल बनाने के निर्देश दिए।

जानकारी अनुसार, जांजगीर चांपा जिला के हाईस्कूल ग्राउंड को इन दिनों खास तरह से सजाया जा रहा है। 22 फरवरी को जिले में गृहमंत्री के प्रस्तावित कार्यक्रम के लिए तैयारी भी की जा रही हैं। गृहमंत्री जिला में जनसभा कर लोकसभा चुनाव का शंखनाद करेंगे। प्रदेश में जांजगीर चांपा जिला को केंद्रीय नेतृत्व अहम सीट मान रही हैं। 

जांजगीर चाम्पा लोकसभा सीट कई जिले से मिलकर बनी है, जिसमें जांजगीर- चांपा, सक्ती, सारंगढ़- बिलाईगढ़ शामिल हैं। इन ज़िलों की 8 सीटों पर हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा को करारी शिकस्त मिली और इन पर कांग्रेस का कब्जा है। जनता ने भाजपा के जिन प्रत्याशियों को नकार दिया, उसमें कई बड़े नामी चेहरे शामिल हैं। विधानसभा में करारी हार के बाद अब भाजपा के नेता जांजगीर चांपा लोकसभा सीट को अपने हाथ से नहीं जाने देना चाहते और अभी से लोगों के बीच पहुंचकर राज्य और केंद्र में मोदी की गारंटी के फायदे गिना कर मतदाताओं को अपने पक्ष में करने की तैयारी में है।

छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनने के बाद केंद्रीय गृहमंत्री का छत्तीसगढ़ में यह पहला प्रवास होगा। इस कारण भी गृहमंत्री अमित शाह के स्वागत में भाजपा कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। इस पर भाजपा नेताओं का विशेष ध्यान है और गृहमंत्री शाह छत्तीसगढ़ की सभी 11 लोकसभा सीट जीत का उपहार देने का वादा कर पीएम मोदी के ‘भाजपा 370 और एनडीए इसबार 400 पार’ के नारे को सफल बनने में अपनी अहम भूमिका निभाने के तैयारी में हैं। प्रदेश की राजनीति में अपना रोल रखने वाले दूसरी पार्टी के नेताओं को भी भाजपा अपनी ओर साधने की तैयारी में है।