रांची। झारखंड की चंपई सोरेन सरकार को आज विधानसभा में बहुमत साबित करना है। बहुमत परीक्षण के सिए झारखंड विधानसभा का दो दिन का विशेष सत्र बुलाया गया है, जिसकी राज्यपाल के अभिभाषण से शुरुआत होगी। सत्ताधारी गठबंधन के विधायक रविवार शाम हैदराबाद से रांची लौट चुके हैं।
झारखंड विधानसभा में क्या है सीटों का गणित
झामुमो और कांग्रेस ने फ्लोर टेस्ट के लिए व्हिप जारी किया है। 81 सीटों वाले सदन में एक सीट खाली है। सदन में बहुमत साबित करने के लिए 41 विधायकों का समर्थन चाहिए। झामुमो का दावा है कि उनके पास 48 विधायकों का समर्थन है। वहीं भाजपा सहयोगियों के पास 32 विधायक हैं।
फ्लोर टेस्ट से पहले किसी भी टूट-फूट से बचने के लिए सत्ताधारी गठबंधन ने अपने विधायकों को हैदराबाद के एक रिसॉर्ट में शिफ्ट कर दिया था। रविवार को इन विधायकों को रांची में वापसी हो चुकी है।
‘झारखंड को अपमानित होना पड़ा’
विश्वास प्रस्ताव पर झारखंड भाजपा के प्रवक्ता प्रतुल साह देव ने कहा कि विश्वास प्रस्ताव का जो भी नतीजा रहे, लेकिन एक बात साफ है कि झारखंड हार चुका है। जिस तरह से झारखंड को देश और दुनिया के सामने अपमानित होना पड़ा, वह हैरान करने वाला है। एक सीएम 40 घंटे से ज्यादा समय तक लापता रहा और राज्य के शीर्ष अधिकारियों का भी उनसे कोई संपर्क नहीं था। राज्य की जनता को उसके हाल पर छोड़ दिया गया था। सीएम पर 70 हजार करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं और उनके इस्तीफे के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया।