छत्तीसगढ़: युवक को कार की विंडो से लटकाकर तीन किमी तक घसीटा, दो गिरफ्तार; बाइक को टक्कर मारने को लेकर हुआ था विवाद

भिलाई । एक बाइक को ठोकर मारने के बाद कार सवार युवकों ने बाइक सवार पीड़ित युवक की हत्या की कोशिश की। घटना के बाद जब पीड़ित युवक, आरोपियों से बात कर रहा था तो आरोपियों ने उसके हाथ को कार के विंडो ग्लास से दबा दिया और उसे तीन किलोमीटर तक घसीटते हुए ले गए। रास्ते में आरोपियों ने उसे डिवाइडर और बिजली के पोल से टकराने की कोशिश की और अंत आरोपियों ने कार को अमर हाइट्स की बिल्डिंग में घुसा दिया। रास्ते भर में अलग अलग स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरों में आरोपियों की हैवानियत कैद हो गई। घटना की शिकायत के बाद दुर्ग कोतवाली पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ तेज एवं लापरवाही पूर्वक वाहन चलाने और हत्या का प्रयास की धाराओं के तहत प्राथमिकी कर उन्हें गिरफ्तार किया है।

पुलिस ने बताया कि गया नगर दुर्ग निवासी पीड़ित पलाश चंद्राकर (20) सोमवार की दोपहर में पटेल चौक के पास दुर्ग में खड़ा था। इसी दौरान कार क्रमांक सीजी-04 एनजे 5437 सवार आरोपियों ने उसकी बाइक को ठोकर मार दी। कार की ठोकर से बाइक क्षतिग्रस्त हो गई। जिसके बाद पीड़ित और कार सवार आरोपियों के बीच बहस शुरू हो गई। पीड़ित विंडो पर हाथ रखकर बात कर रहा था। इसी दौरान आरोपित कार चालक ने विंडो का ग्लास चढ़ा दिया। जिससे पीड़ित पलाश चंद्राकर का हाथ उसमें फंस गया। 

पीड़ित ने अपने को विंडो से छोड़ने की गुहार भी लगाई, लेकिन आरोपियों ने उल्टे कार को तेज रफ्तार में भगाना शुरू कर दिया। उसे पूरे रास्ते भर डिवाइडर और बिजली के खंभों से ठोकने का प्रयास करते रहे। पटेल चौक से गंजपारा होते हुए अंत में आरोपियों ने अमर हाइट्स की बिल्डिंग में कार को घुसा दिया। तब तक विंडो में फंसा पीड़ित अधमरा हो चुका था। घटना के बाद आरोपित कार चालक मौके से फरार हो गया। वहीं उसके साथ बैठा आरोपित लोकेश मरकाम (20) निवासी तारालीम बेरला जिला बेमेतरा को पुलिस ने पकड़ लिया। उसकी निशानदेही पर कार चला रहे आरोपित जहीरूद्दीन (32) निवासी तारालीम बेरला जिला बेमेतरा की पहचान की गई और उसे भी गिरफ्तार किया गया। आरोपियों को न्यायालय पेश किया गया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। 

छट्ठी के कार्यक्रम में आए थे आरोपी

गिरफ्तार आरोपियों में लोकेश मरकाम सोमवार को नया पारा में अपने रिश्तेदार के यहां छट्ठी के कार्यक्रम में बस से आया था। उसे किसी काम से रायपुर भी जाना था तो उसने दूसरे आरोपित जहीरूद्दीन को फोन किया। जहीरूद्दीन ड्राइवर का ही काम करता है और वर्तमान में भनपुरी रायपुर में किराये के मकान में रहता है। गांव में पड़ोसी होने के कारण उनकी अच्छी जान पहचान थी। इसलिए फोन आने के बाद जहीरूद्दीन भी दुर्ग पहुंच गया। यहां पर दोनों ने छट्ठी के कार्यक्रम के बाद दोनों रायपुर जाने के लिए निकले थे। इसके बाद रास्ते में इस घटना को अंजाम दिया था।