कितने सही होते हैं एग्जिट पोल? 2018 में नतीजों के कितने करीब थे अनुमान? जानें हर पहलू विस्तार से

नई दिल्ली। तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए गुरुवार को मतदान हो रहा है। इससे पहले चार अन्य राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मिजोरम में मतदान कराए जा चुके हैं। तेलंगाना में वोटिंग खत्म होते ही सबकी नजरें पांचों राज्यों के एक्जिट पोल पर रहेंगी। इन सभी राज्यों के नतीजे 3 दिसंबर को आने हैं। इससे पहले गुरुवार शाम को अलग-अलग एजेंसियों के एग्जिट पोल जारी किए जाएंगे। इन पोल के जरिए ये बताने की कोशिश होगी कि किस राज्य में कौन सी पार्टी सरकार बनाने जा रही है या कितनी सीटें जीत रही है। 

हम आपको चुनावी राज्यों के 2018 के नतीजे और एग्जिट पोल के आंकड़े बताने जा रहे हैं। इससे आप समझ पाएंगे कि यह पोल कितना सही होता है? इनमें किए गए दावे कितने सटीक होते हैं? इन पोल में 2018 में क्या कहा गया था और बाद में नतीजे क्या निकले?

2018 में कैसे थे एग्जिट पोल के नतीजे?
एग्जिट पोल के नतीजों में भाजपा-कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला दिखाया गया था। मध्य प्रदेश में सत्ता में किसकी वापसी होगी, इसका अनुमान स्पष्ट नहीं था। हालांकि, छत्तीसगढ़ में अधिकतर सर्वे भाजपा की वापसी का अनुमान जता रहे थे। एग्जिट पोल में राजस्थान में तत्कालीन वसुंधरा सरकार के सत्ता से जाने का अनुमान जताया गया था। दक्षिणी राज्य तेलंगाना में टीआरएस सत्ता में वापसी करती दिखाई गई थी। वहीं पूर्वोत्तर राज्य मिजोरम में कांग्रेस की वापसी पर संशय जताया गया था और एमएनएफ को बढ़त दिखाई गई थी। 

मध्य प्रदेश का एग्जिट पोल
प्रदेश के एग्जिट पोल में अधिकतर एजेंसियों ने भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर का अनुमान जताया था। हालांकि, एबीपी-सीएसडीएस ने कांग्रेस को बहुमत दिया था। इसने भाजपा को 94 और कांग्रेस को 126 सीटें दी थीं। वहीं, टाइम्स नाउ-सीएनएक्स के मुताबिक, भाजपा को 126, कांग्रेस 89 और अन्य को 15 सीटें मिलनी थीं। न्यूज नेशन के अनुसार, भाजपा को 108-112 सीटें, कांग्रेस को 105-109 सीटें और अन्य को 11-15 सीटें मिलनी थीं। न्यूज 24-पेस मीडिया के मुताबिक भाजपा 103 सीटें, कांग्रेस 115 सीटें, अन्य को 10 सीटें मिलनी थीं। कुल मिलाकर यहां की तस्वीर बहुत साफ नहीं थी।

एबीपी-सीएसडीएस 
भाजपा 94 सीटें 
कांग्रेस 126 सीटें
अन्य 10 सीटें

टाइम्स नाउ-सीएनएक्स 
भाजपा 126 सीटें 
कांग्रेस 89 सीटें 
अन्य 15 सीटें

न्यूज नेशन 
भाजपा 108-112 सीटें, 
कांग्रेस 105-109 सीटें 
अन्य 11-15 सीटें 

न्यूज 24-पेस मीडिया 
भाजपा 103 सीटें
कांग्रेस 115 सीटें
अन्य को 10 सीटें 

जब 11 दिसंबर 2018 को नतीजे आए तो सत्ताधारी दल भाजपा को झटका लगा और उसे 109 सीटें ही मिल सकीं। दूसरी ओर विपक्ष में रही कांग्रेस ने 114 सीटों पर कब्जा जमाया। इसके अलावा सात सीटों पर अन्य और निर्दलीय प्रत्याशी जीते, जिनके साथ कांग्रेस ने बाद में गठबंधन कर सरकार बनाई। 

राजस्थान का एग्जिट पोल 
प्रदेश में सभी एजेंसियों ने अपने एग्जिट पोल में भाजपा के सरकार से जाने और कांग्रेस के सरकार में आने का अनुमान जताया था। एग्जिट पोल में राजस्थान में सत्ता विरोधी रुझान साफ नजर आया था। यहां का सियासी मिजाज भी यही कहता है कि हर पांच साल बाद जनता सरकार बदल देती है। 

टाइम्स नाउ-सीएनएक्स ने भाजपा को 85, कांग्रेस को 105 और अन्य को 09 सीटें दी थीं। आज तक-एक्सिस माय इंडिया ने अपने अनुमान में भाजपा के लिए 63 सीटें, कांग्रेस को 130 सीटें और अन्य को 06 सीटें दी थीं।  

रिपब्लिक-जन की बात के अनुसार, भाजपा को 93 सीटें, कांग्रेस को 91 सीटें और अन्य को 15 सीटें मिलनी थीं।  रिपब्लिक-सी वोटर के एग्जिट पोल में भाजपा को 60 सीटें, कांग्रेस को 137 सीटें और अन्य को 02 सीटें मिलती दिखाई गई थीं।

राज्य में चुनाव अलवर की रामगढ़ सीट छोड़कर बाकी 199 सीटों पर मतदान हुआ था। रामगढ़ सीट पर बसपा के प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह के निधन के कारण चुनाव स्थगित हो गया था। इस चुनाव में कांग्रेस ने भाजपा को पटखनी देते हुए 99 सीटें जीतीं। 

टाइम्स नाउ-सीएनएक्स 
भाजपा 85 सीटें
कांग्रेस 105 सीटें
अन्य 09 सीटें

आज तक-एक्सिस माय इंडिया   
भाजपा 63 सीटें
कांग्रेस 130 सीटें
अन्य 06 सीटें 

रिपब्लिक-जन की बात 
भाजपा 93 सीटें
कांग्रेस 91 सीटें
अन्य 15 सीटें

रिपब्लिक-सी वोटर  
भाजपा 60 सीटें
कांग्रेस 137 सीटें
अन्य 02 सीटें

जब नतीजे आए तो प्रदेश में हर पांच साल में सत्ता परिवर्तन का रिवाज कायम रहा। कांग्रेस को सबसे ज्यादा 99 सीटें मिलीं। भाजपा को 73, मायावती की पार्टी बसपा को छह तो अन्य को 20 सीटें मिलीं। कांग्रेस को बहुमत के लिए 101 विधायकों की जरूरत थी। कांग्रेस ने निर्दलियों और अन्य की मदद से जरूरी आंकड़ा जुटा लिया। इसके साथ ही राज्य की सत्ता में वापसी की और अशोक गहलोत मुख्यमंत्री बने। 

छत्तीसगढ़ का एग्जिट पोल 
यहां अधिकतर एग्जिट पोल सर्वे ने रमन सिंह की अगुवाई में फिर से भाजपा सरकार बनने का अनुमान जताया था। टाइम्स नाउ- सीएनएक्स ने भाजपा को 46 सीटें, कांग्रेस को 35 सीटें, बसपा को 7 सीटें  और अन्य को 2 सीटें दी थीं। 

न्यूज 24- पेस मीडिया के अनुमान में भाजपा के खाते में 38 सीटें, कांग्रेस को 48 सीटें, बसपा और जनता कांग्रेस को 4 सीटें और अन्य को 2 सीटें मिलनी थीं। एबीपी- सीएसडीएस ने अपने एग्जिट पोल में भाजपा को 39 सीटें, कांग्रेस को 46 सीटें और अन्य को 05 सीटें दी थीं। 

आजतक- एक्सिस माय इंडिया के मुताबिक, नतीजों में कांग्रेस को 55-65 सीटें, भाजपा को 21-31 सीटें और अन्य को 4-8 सीटें मिलनी थीं। जन की बात एजेंसी ने अपने एग्जिट पोल में भाजपा को 44 सीटें, कांग्रेस को 40 सीटें और अन्य को 6 सीटें दी थीं। 

न्यूज नेशन के अनुसार भाजपा को राज्य में 38-42 सीटें, कांग्रेस को 40-44 सीटें, जेसीसी को +4-8 सीटें और अन्य को 0-4 मिलनी थीं। 

टाइम्स नाउ- सीएनएक्स 
भाजपा 46 सीटें
कांग्रेस  35 सीटें
बसपा  7 सीटें 
अन्य  2 सीटें 

न्यूज 24- पेस मीडिया
भाजपा  38 सीटें 
कांग्रेस 48 सीटें 
बसपा और जनता कांग्रेस 4सीटें
अन्य  2 सीटें

एबीपी- सीएसडीएस  
भाजपा 39 सीटें
कांग्रेस 46 सीटें
अन्य 5 सीटें

आजतक- एक्सिस माय इंडिया 
कांग्रेस 55-65 सीटें
भाजपा 21-31 सीटें
अन्य 4-8 सीटें

जन की बात एजेंसी 
भाजपा 44 सीटें
कांग्रेस 40 सीटें
अन्य 6 सीटें

न्यूज नेशन  
भाजपा 38-42 सीटें
कांग्रेस 40-44 सीटें
जेसीसी +4-8 सीटें
अन्य 0-4 सीटें

जब चुनाव नतीजे आए तो 90 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस को 68 और भाजपा को 15 सीटें मिलीं। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ने पांच सीटें जीते थीं और दो सीटें बसपा के खाते में गई थीं।

तेलंगाना का एग्जिट पोल 
तेलंगाना में तमाम एग्जिट पोल में बताया था कि यहां के. चंद्रशेखर राव की सरकार दोबारा आएगी। तकरीबन सभी एजेंसियों ने टीआरएस को प्रचंड बहुमत का अनुमान जताया था। इसमें कांग्रेस-टीडीपी गठबंधन भी केसीआर की सत्ता को चुनौती देता नहीं दिख रहा था। भाजपा का प्रदर्शन कुछ खास नहीं दिखाया गया था। केसीआर का समय से 9 महीने पहले चुनाव कराने का उनका फैसला सही साबित होता दिखाया गया था। 

टाइम्स नाउ-सीएनएक्स ने एग्जिट पोल में टीआरएस को 66 सीटें, कांग्रेस को 37 सीटें, भाजपा को 7 सीटें और अन्य को 9 सीटें दी थीं। वहीं रिपब्लिक-जन की बात के अनुसार, टीआरएस को 58 सीटें, कांग्रेस-टीडीपी गठबंधन को 45 सीटें, भाजपा को 07 सीटें मिलनी थीं। 

टाइम्स नाउ-सीएनएक्स 
टीआरएस 66 सीटें
कांग्रेस  37 सीटें
भाजपा  7 सीटें 
अन्य  9 सीटें 

इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया 

टीआरएस 79-91

कांग्रेस 21-33 

बीजेपी 07

ओटीएच 05 

सी वोटर

टीआरएस 54

कांग्रेस 53

बीजेपी 05

ओटीएच 07 

इंडिया टीवी 

TRS 62-70

कांग्रेस 32-38

टीडीपी को 1-3

भाजपा को 6-8

अन्य 6-8 सीटें

चुनाव नतीजों में 119 सदस्यीय विधानसभा में टीआरएस को सबसे ज्यादा 88 सीटें मिली थीं। इसके बाद कांग्रेस को 19, आईएमआईएम को सात, टीडीपी को दो, भाजपा को एक, एआईएफबी को एक सीट मिली थी। इसके अलावा एक सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी को जीत मिली थी। 

मिजोरम का एग्जिट पोल 
एग्जिट पोल में उत्तर पूर्व राज्य मिजोरम में कांग्रेस को मुश्किल में दिखाया गया था। अमूमन सभी एजेंसियों के एग्जिट पोल में कांग्रेस और एमएनफ के बीच कांटे की टक्कर और एमएनएफ के लिए बढ़त दिखाई गई थी। 

रिपब्लिक टीवी-सी वोटर ने कांग्रेस को 14-18 सीटें, मिजो नेशनल फ्रंट को 16-20 सीटें, जोरम पीपल्स मूवमेंट (जेपीएम) को 3-7 सीटें और अन्य को 0-3 सीटें दी थीं। 

टाइम्स नाउ- सीएनएक्स ने कांग्रेस को 16 सीटें, मिजो नेशनल फ्रंट को 18 सीटें और अन्य को 6 सीटें दी थीं। न्यूज एक्स-नेता के एग्जिट पोल में कांग्रेस को 15 सीटें, मिजो नेशनल फ्रंट को 19 सीटें और अन्य को 6 सीटें मिलती दिखाई गई थीं। 

रिपब्लिक टीवी-सी वोटर 
कांग्रेस 14-18 सीटें
एमएनएफ 16-20 सीटें
जेपीएम 3-7 सीटें
अन्य 0-3 सीटें

टाइम्स नाउ- सीएनएक्स 
कांग्रेस 16 सीटें
एमएनएफ 18 सीटें
अन्य 6 सीटें

न्यूज एक्स-नेता  
कांग्रेस 15 सीटें
एमएनएफ 19 सीटें
अन्य 6 सीटें

पिछले चुनाव में 40 सदस्यीय विधानसभा में एमएनएफ को 27 सीटों पर जीत मिली थी। कांग्रेस ने चार सीटें, जबकि भाजपा को एक सीट पर विजय हासिल हुई थी। इसके अलावा आठ सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशियों को जीत मिली थी। इसके साथ ही राज्य में मुख्यमंत्री जोरमथंगा के नेतृत्व में एमएनएफ की सरकार बनी थी।