रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए 3 दिसंबर को मतगणना होगी। इसमें 1181 प्रत्याशियों के सियासी भाग्य और नई सरकार का फैसला आएगा। हर विधानसभा क्षेत्र के लिए 14 टेबलों पर मतों की गिनती की होगी। सबसे ज्यादा कवर्धा विधानसभा सीट पर 30, कसडोल में 29 राउंड और सबसे कम मनेंद्रगढ़ और भिलाई नगर सीट पर 12-12 राउंड में गिनती होगी।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबा साहेब कंगाले ने बताया कि मतगणना सुबह 8 बजे से शुरू होगी। सबसे पहले ETBPS (इलेक्ट्रॉनिकली ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलेट सिस्टम) से मिले वोटों के क्यूआर कोड की स्कैनिंग होगी। उसके बाद डाक मत पत्रों की गिनती शुरू होगी। इसके लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
प्रत्याशी किसी भी टेबल पर जाकर देख सकेंगे मतगणना
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि प्रत्याशी किसी भी टेबल पर जाकर मतगणना देख सकेंगे, लेकिन उनके एजेंट सिर्फ निर्धारित टेबल पर ही काउंटिंग का निरीक्षण करेंगे। वोट काउंटिंग की पूरी कार्यवाही मतगणना प्रेक्षक और सामान्य प्रेक्षक की निगरानी में होगी।
इस दौरान हर राउंड की खत्म होने पर अभ्यर्थी या उनके अभिकर्ता की उपस्थिति एवं प्रेक्षक की निगरानी में रैंडम आधार पर किसी दो कंट्रोल यूनिट की जांच की जाएगी। इसके अलावा सभी राउंड की मतगणना पूरी होने पर पांच वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (VVPAT) का ड्रा के माध्यम से सिलेक्ट कर वोटों का सत्यापन किया जाएगा।
मतगणना कक्ष में मोबाइल ले जाने की अनुमति नहीं
मतदान के बाद EVM को सभी जिला मुख्यालयों के स्ट्रॉन्ग रूम में त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में रखा गया है। मतगणना प्रक्रिया की रिकार्डिंग भी की जाएगी। इस दौरान प्रेक्षक और रिटर्निंग ऑफिसर को छोड़कर मतगणना कक्ष में किसी को भी मोबाइल ले जाने की अनुमति नहीं होगी। इसके अलावा अन्य इलेक्ट्रानिक उपकरण आईपैड, रिकार्डर, वीडियो कैमरा जैसे उपकरण नहीं ले जा सकेंगे।
1181 प्रत्याशियों का आएगा फैसला
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में भाजपा-कांग्रेस सहित अन्य दलों और निर्दलीय मिलाकर 1181 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला होगा। पहले चरण में 7 अक्टूबर को 20 विधानसभा क्षेत्र और 11 जिलों में मतदान हुआ था। इसमें 223 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे, जिनमें 198 पुरुष और 25 महिलाएं थीं।
वहीं दूसरे चरण में 958 उम्मीदवारों ने चुनावी मैदान में उतरे। दूसरे चरण में बाकी 70 सीटों के लिए 17 नवंबर को वोटिंग हुई थी। इस फेज में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित 10 मंत्री चुनाव मैदान में थे। वहीं भाजपा की ओर से नेता प्रतिपक्ष और 10 विधायक अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।