कोरबा: सिर घुमा कर हुंकार भरेगा 110 फीट का रावण, अट्टहास करते लहराएगा तलवार; मुंह से आग के साथ उगलेगा धुआं भी

कोरबा । छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी के हसदेव ताप विद्युत संयंत्र परिसर कोरबा पश्चिम (एचटीपीपी) कालोनी के लाल मैदान में तकनीकी कर्मियों की टीम ने जिले का सबसे ऊंचा 110 फीट का रावण तैयार किया है। गेयरबाक्स कनेक्ट कर मोटर सिस्टम तैयार किया गया है। जिससे 180 डिग्री में रावण की दस मुंडी एक साथ घुमेगी और तलवार वाला हाथ भी उठेगा। मुंह से आग के साथ धुआं भी उगलेगा। इसके लिए फायर सिस्टम का उपयोग किया गया है। पिछले 15 दिन से रावण का पुतला तैयार करने में संयंत्र की टीम लगी है।

असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक दशहरा उत्सव मंगलवार को धूमधाम से मनाया जाएगा। दहन के लिए जगह जगह पुतला तैयार किया गया है। कहीं दहाड़ मारते व आंखें तरेरते तो कहीं अट्टहास करते रावण पुतला देखने को मिलेगा। रंग बिरंगी आतिश बाजी के साथ पर्व की धूम रहेगी। उत्सव आयोजन को लेकर शहर भर की उत्सव समितियों में प्रतिस्पर्धा देखी जा रही है। पर्व में विशेष आकर्षण का केंद्र रावण पुतला रहेगा। अधिकांश स्थान में पुतला बनाने का काम पूर्ण किया जा चुका है। विगत वर्षों की तरह इस वर्ष भी एनटीपीसी के लाल मैदान में 110 फीट ऊंचा दशानन पुतला तैयार किया गया है। लाल मैदान में आयोजित दशहरा उत्सव में हजारों की तदात में लोग शामिल होते हैं। विगत वर्ष की तरह इस वर्ष भी यहां दशानन पुतले को तलवार चलाते देखा जा सकता है।

रावण पुतले को मूर्त रूप देने में सीएसईबी के अधिकारी व अभियंताओं का मार्गदर्शन है। इस वजह से दशानन पुतला आंख तरेरने के साथ अट्टहास करते नजर आएगा। आरपी नगर फेस वन दशहरा मैदान में दहन के लिए 55 फीट ऊंचा पुतला तैयार किया गया है। यहां रावण के साथ कुंभकरण व मेघनाद का भी पुतला दहन किया जाएगा। पुराना बस स्टैंड में आयोजित रावण दहन के लिए जोर-शोर से तैयारी की जा रही है। दुर्गा उत्सव परिसर में भी पुतला दहन के अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाएगा। एमपी नगर व शिवाजी नगर में भी रावण दहन का कार्यक्रम आकर्षण का केंद्र रहेगा।

दशहरा उत्सव में प्रतिवर्ष सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी धूम रहती है। इस बार आदर्श आचार संहिता की वजह से अधिकांश समितियों में आायोजन को स्थगित कर दिया है। शहरी क्षेत्र के अलावा उपगनरीय क्षेत्र बाल्को, दर्री, जमनीपाली, कटघोरा, कुसमुंडा, दीपका, छुरी, बांकीमोंगरा, चैतमा, पाली, हरदीबाजार, करतला, नोनबिर्रा, मोरगा, तुमान, पसान आदि स्थानों में भी रावण दहन आयोजन की तैयारी जोर शोर से जारी है।

विद्युत संयंत्र के स्क्रैप से तैयार होता है रावण 

राम इकबाल सिंह कहते हैं कि पावर प्लांट के पावर हाउस से निकले स्क्रैप से इस रावण का ढांचा तैयार किया जाता है। फिटर, वेल्डर और इलेक्ट्रीशियन जैसे तकनीकी कर्मचारी इसमें अपना कौशल दिखाते हैं। रावण की आंख में लाल लाइट फिट किया जाता है, जिससे आंख लाल दिखती है। रावण अपना सिर घुमाता है। उसकी तलवार चमकती है। वह मुंह से धुआं भी छोड़ता हुआ ठहाका लगाता है। यह लोगों के लिए खास आकर्षण का केंद्र होता है। इस वर्ष हम ज्यादा उत्साह से रावण का निर्माण कर रहे हैं। दशहरा के दिन दोपहर तक हम इसे खड़ा करके पूरी तरह से तैयार कर लेंगे। लाल मैदान में भव्य दशहरा की परंपरा वर्ष 1985 से चली आ रही है। 

नील कंठ दर्शन माना जाता है शुभ 

दशहरा के दिन नीलकंठ पक्षी के दर्शन को शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन इस पक्षी का दर्शन कर लेने घर में खुशहाली आती है वहीं जो भी काम करने जा रहे हैं उसमें सफलता मिलती है। नीलकंठ के अलावा शमी वृक्ष के पत्र का भी महत्व होता है। इसके एक-एक पत्ते को स्वर्ण का स्वरूप माना जाता है। दशहरा के दिन सोने की लंका में भगवान राम ने विजय प्राप्त की थी। मान्यता के अनुसार शमी पत्र एक दूसरे को प्रदान करने दारिद्री दूर होती है। 

पुलिस लाइन में होगी शस्त्र पूजन 

दशहरा पर्व में शस्त्र पूजा का विधान है। मान्यता के अनुसार शस्त्रों में देवी का वास होता है। शक्ति दायिनी देवी की आराधना का प्रतीक शस्त्र पूजा को माना जाता है। पुलिस विभाग की ओर से शस्त्र पूजा पुलिस लाइन परिसर में दशहरा के दिन की जाएगी। इस अवसर पुलिस अधीक्षक सहित विभिन्न थाना चौकी अधिकारी भी उपस्थित होंगे। 

सुरक्षा के व्यापक इंतजाम 

उत्सव में लोगों की उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए जिला पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं। पुलिस अधीक्षक ने सभी थाना-चौकी प्रभारियों को चौकन्ना रहने कहा है। पुलिस पेट्रोलिंग के लिए टीम गठित की गई है। सुरक्षा की दृष्टि से टीम अलग-अलग स्थानों में निरीक्षण करेगी। आदर्श आचार संहिता होने की वजह आयोजन में स्थल में शामिल होने वाले प्रत्याशियों पर भी जिला निर्वाचन की नजर रहेगी।