छत्तीसगढ़: पानी से भरे गड्ढे में गिरे ममेरे-फुफेरे भाई, एक की मौत; सोलर प्लेट लगवाने के लिए खुदवाया गया था गड्ढा

अंबिकापुर। सरगुजा जिले के ग्राम रनपुरकला में क्रेडा विभाग और ठेकेदार की लापरवाही से एक बच्चे की जान चली गई। गांव स्थित प्राथमिक शाला माझापारा में क्रेडा विभाग ने सोलर प्लेट लगाने के लिए गड्ढे खोदकर छोड़ दिए हैं। इसी गड्ढे में रविवार को ममेरे-फुफेरे भाई गिर गए थे, जिसमें से एक बच्चे की मौत हो गई। मामला गांधीनगर थाना क्षेत्र का है।

जानकारी के मुताबिक, गांधीनगर थाना क्षेत्र के ग्राम मेंड्राखुर्द का रहने वाला अर्णव राजवाड़े (5 वर्ष) अपने जन्म के बाद से ही अपनी मां के साथ नाना-नानी के घर ग्राम रनपुरकला में रह रहा था। यहां गांव में सौर ऊर्जा से बिजली देने के लिए क्रेडा विभाग सोलर प्लेट्स लगवाने का काम कर रहा है। इसके लिए जगह-जगह गड्ढे खोदे गए हैं, लेकिन ठेकेदार ने लापरवाही पूर्वक इन गड्ढों को खुला छोड़ रखा है। पिछले दिनों बारिश के कारण सभी गड्ढों में पानी भर गया है।

क्रेडा विभाग के ठेकेदार द्वारा खोदा गया गड्ढा, जिसमें डूबकर गई बच्चे की जान। - Dainik Bhaskar

क्रेडा विभाग के ठेकेदार द्वारा खोदा गया गड्ढा, जिसमें डूबकर गई बच्चे की जान।

रविवार दोपहर को अर्णव अपने ममेरे भाई प्रिंस के साथ स्कूल के पास खेल रहा था। दोनों ममेरे-फुफेरे भाई खेल-खेल में ​​​​​​​क्रेडा विभाग के ठेकेदार द्वारा खोदकर छोड़े गए गड्ढे में जा गिरे। कुछ देर बाद जब दोनों बच्चे दिखाई नहीं दिए, तो परिजन उन्हें ढूंढते हुए स्कूल के पास पहुंचे। वहां गड्ढे में एक बच्चे का हाथ दिखाई दे रहा था। यह देख अर्णव के मामा खेलावन राजवाड़े ने दोनों बच्चों को गड्ढे से बाहर निकाला। अर्णव की स्थिति गंभीर होने पर उसे तत्काल इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया। यहां जांच के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

7-8 माह से खोद कर छोड़ दिए गए हैं गड्ढे

ग्राम रनपुरकला स्थित प्राथमिक शाला माझापारा में क्रेडा विभाग के ठेकेदार ने सोलर प्लेट लगाने के लिए 7 से 8 महीने पहले गड्ढा खोदा था, जिसे भरा नहीं गया है। खुले गड्ढे की गहराई 7 से 8 फीट है। बारिश होने के कारण गड्ढों में पानी भर गया है। इसमें डूबकर अर्णव की मौत हो गई। अर्णव की मां हीरामणि राजवाड़े ने क्रेडा विभाग और उसके ठेकेदार पर लापरवाही बरतने की शिकायत गांधीनगर थाने में दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।