छत्तीसगढ़ः खुद को ‘डॉन’ बताकर सोशल मीडिया पर किया वीडियो अपलोड, पुलिस ने थाने में करवाई कान पकड़कर उठक-बैठक

रायपुर। प्रदेश के युवाओं में सोशल मीडिया पर खुद को डॉन और माफ़िया की तरह दिखाने का एक ट्रेंड चल पड़ा है। रिवॉल्वर की तरह नजर आने वाला लाइटर लेकर तो कभी कट्टा लेकर वीडियो बनाते हैं । सोशल मीडिया पर भड़काऊ बातें करते हैं। स्थिति यह है कि इस प्लेटफॉर्म पर इन युवकों के अलग-अलग गैंग बन चुके हैं और वीडियोज के जरिए एक दूसरे को धमकियां भी देते हैं।

इस तरह रील बनाकर युवकों ने सोशल मीडिया में अपलोड किया था। - Dainik Bhaskar

अब रायपुर की पुलिस ने ऐसे ही गुर्गों के खिलाफ अभियान शुरू किया है । इन्हें पकड़कर थाने लाया जा रहा है और बाद में इनके थाने में माफी मांगते हुए वीडियो को सोशल मीडिया पर अपलोड किया जा रहा है। पुलिस भड़काऊ पोस्ट और हथियारों के साथ सार्वजनिक किए गए वीडियो को डिलीट भी करवा रही है।

रायपुर पुलिस ने इस मामले में 3 लोगों को पकड़ा है। एक ने सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड किया था। जिसमें वह यह कहता दिख रहा है कि पुलिस उससे डरती है वह किसी को लेटा न दे इस वजह से सरकार भी उससे डरती है। यह वीडियो वायरल होते ही पुलिस युवक को पकड़कर थाने ले आई।

इसके बाद कान पकड़ कर उठक बैठक करते हुए इस बदमाश का एक नया वीडियो पुलिस ने अपलोड किया। वीडियो के पहले पार्ट में तो यह पूरे रौब में पिस्टल जैसी दिखने वाली लाइटर के साथ है और वीडियो के दूसरे हिस्से में कान पकड़कर माफी मांगता नजर आ रहा है।

इनकी भी हेकड़ी निकाली गई

दो और लड़कों को पुलिस ने इसी तरह पकड़ा और उनसे माफी मंगवाया। इन युवकों ने इंस्टाग्राम पर बंदूक और चाकू के साथ कुछ वीडियो अपलोड किए थे। इनसे हथियार के बारे में पूछताछ की जा रही है। इन युवकों ने भी पुलिस हिरासत में माफी मांगी।

युवकों को ट्रेस कर पुलिस ने थाने में करवाई उठक-बैठक।

रायपुर डॉन 302, छत्तीसगढ़ माफिया, सोनू भाई डॉन, काला सोनू, रायपुर माफिया राज, इस तरह नाम से इंस्टाग्राम पर कई सोशल मीडिया अकाउंट्स है। जिनमें रायपुर के अपराधी किस्म के युवक अक्सर आपत्तिजनक वीडियो पोस्ट करते हैं। जिनमें गालियां होती हैं। अश्लील कंटेंट होता है और हथियारों के साथ शो बाजी की जाती है। पिछले 15 दिनों में रायपुर पुलिस ने ऐसे ही 20 युवकों के खिलाफ कार्रवाई की है ।

इनमें कुछ नाबालिग भी थे तो परिजनों को इनके बारे में जानकारी देकर समझाइश देकर छोड़ा गया है । रायपुर पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि यह अभियान फिलहाल जारी रहेगा। इसी तरह खुद को माफिया और डॉन बताकर सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड करने वालों पर सख्ती बरती जाएगी।