बेमेतरा। बिरनपुर में 2 समुदायों में हुए खूनी संघर्ष के बाद 2 लोगों की हत्या कर दी गई थी। दोनों के शव छत्तीसगढ़ बंद के अगले दिन मिले थे। पुलिस ने दोनों की पहचान पिता-पुत्र के रूप में की थी। लाश मिलने के बाद से ही पुलिस इन दोनों की हत्या करने वाले आरोपियों की तलाश कर रही थी।
पुलिस ने इस मामले में 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। उधर, बंद के दौरान एक घर जलाने वाले 4 और आरोपियों को भी पुलिस ने पकड़ लिया है। आगजनी मामले में पुलिस ने पहले ही 5 लोगों को अरेस्ट कर लिया था।
मालूम हो कि बिरनपुर से लगे हुए कोरवाय गांव में पिता-पुत्र के शव मिले थे। इनके सिर पर चोट के निशान थे। इस वजह से पुलिस इस केस में हत्या के एंगल से ही जांच कर रही थी। तनाव के माहौल के बाद पुलिस ने दो दिन से लोगों को बाहर निकलने से मना किया था। पुलिस ने गांव की बाहर की तरफ रहने वालों को भी गांव में ही बुला लिया था और उन्हें एक साथ रखा था। लेकिन इसके बावजूद 55 साल का रहीम और उसका 35 साल का बेटा ईदुल मोहम्मद बकरी चराने जंगल की ओर चले गए थे। वहां उनकी हत्या हो गई थी।
पुलिस ने इन दोनों की हत्या मामले में टाकेश्वर सिन्हा, दूध नाथ साहू, मनीष वर्मा, अरुण रजक, भोला निषाद, राजकुमार निषाद, समारू नेताम और पुरन पटेल को गिरफ्तार किया है। इनके अलावा बंद के दौरान घर जलाने वाले शिवा मंडावी, मनीष ध्रुवे ,दुर्गेश और एक नाबालिग को पकड़ा गया है। वहीं भुनेश्वर साहू की हत्या मामले के आरोपियों की तस्वीर भी सोमवार को जारी की गई है।
बिरनपुर में 8 अप्रैल शनिवार को 2 स्कूली छात्रों के बीच रास्ते में साइकिल चलाते समय कट मारने को लेकर विवाद हुआ था। इस दौरान एक युवक ने छात्र के हाथ पर कांच की बोतल तोड़ दी। जिसके कारण उसका हाथ फ्रैक्चर हो गया था। इस घटना की जानकारी बच्चों के घरों तक पहुंची, तो दोनों पक्षों के लोगों के बीच मारपीट होने लगी। इस बीच दूसरे पक्ष के लोगों ने तलवार से 22 साल के युवक भुनेश्वर साहू की हत्या कर दी थी। भुनेश्वर साहू की हत्या के केस में भी पुलिस ने 11 आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था।