रायपुर। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले में बिरनपुर हिंसा को लेकर कुछ सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर बिरनपुर ग्राम में 6 लोगों की कथित मौत की खबर तेजी वायरल हो रही है। बेमेतरा जिला एवं पुलिस प्रशासन ने इस खबर का खंडन करते हुए कहा कि बिरनपुर में 6 लोगों की मौत की खबर पूरी तरह से अफवाह है। ऐसी खबरों पर लोग ध्यान न दें। पुलिस ने कहा कि वास्तविकता यह है कि आज ग्राम बीरनपुर में दो व्यक्तियों का शव पुलिस ने बरामद कर कानूनी कार्रवाई की है। ग्राम में सत्यापन कराये जाने पर ग्राम से किसी व्यक्ति के लापता होने की सूचना नहीं है।
वहीं पुलिस ने आम जनता से अनुरोध किया है कि सोशल मीडिया पर चल रही ऐसी भ्रामक खबरों पर बिना सत्यापन के विश्वास ना करें और ना ही इसे संदेश को किसी अन्य व्यक्ति पर फॉरवर्ड करें। पुलिस ने चेतावनी दी है कि इस तरह के अफवाह फैलाने वाले अराजतक तत्वों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इधर, रायपुर में बलवा की साजिश!
दूसरी ओर बेमेतरा हिंसा को लेकर 10 अप्रैल को छत्तीसगढ़ बंद के दौरान भाठागांव बस स्टैंड में कुछ लोगों ने बसों में तोड़फोड़ की थी। पुलिस ने ऐसे लोगों को चिन्हित करके उनके विरुद्ध थाना टिकरापारा में अपराध पंजीबद्ध किया है। इसी जय स्तंभ चौक में ज्यादा देर तक चक्काजाम कर यातायात बाधित करने से आम लोगों को भारी परेशानी हुई। ऐसे काम करने वाले लोगों को भी पुलिस ने पहचान कर उनके विरुद्ध थाना गोल बाजार में अपराध दर्ज किया है।
कई लोगों के खिलाफ एफआईआर
मामले में कई बीजेपी नेता, बजरंग दल और विहिप के कार्यकर्ताओं के खिलाफ रायपुर के अलग-अलग थानों में नामजद एफआईआर दर्ज की गई है। भाजपा नेता केदार गुप्ता, संजू नारायण सिंह,अमरजीत चावला, चंद्रशेखर वर्मा, घनश्याम चौधरी, प्रदीप वाधवानी, प्रफुल्ल विश्वकर्मा और अमित साहू समेत सैकड़ों बजरंग दल, विहीप और भाजपा कार्यकर्ताओं के विरुध गोलबाज़ारा थाने में मामला दर्ज किया गया है। वहीं टिकरापारा में भाजपा कार्यकर्ता राजेश वैष्णव, किशोर, अजय, लव, अमित समेत अन्य कार्यकर्ताओं के विरुद्ध जान से मारने की धमकी, रास्ता रोककर तोड़फोड़ और बलवा की धाराओं के तहत रिपोर्ट दर्ज किया गया है। चर्चा है कि कुल 200 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।