नई दिल्ली। आईपीएल के इस सीजन में दिल्ली कैपिटल्स की टीम का बुरा हाल है। टीम अपने तीनों मैच हार चुकी है। डेविड वॉर्नर की कप्तानी में दिल्ली का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा है और टीम को ऋषभ पंत की कमी खल रही है। पंत कार एक्सीडेंट से पूरी तरह नहीं उबर सके हैं और इसी वजह से इस सीजन नहीं खेल रहे हैं। पंत की गैरमौजूदगी में वॉर्नर दो अर्धशतक लगा चुके हैं, लेकिन अब तक टीम को जिताने में नाकाम रहे हैं।
वॉर्नर ने इस आईपीएल बेहद धीमी पारियां खेली हैं, जिसकी वजह से उन्हें आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। लखनऊ के पहले मैच में दिल्ली की टीम 194 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 143 रन ही बना पाई थी। वॉर्नर ने इस मैच में 48 गेंदों में 56 रन बनाए थे। गुजरात के खिलाफ दूसरे मैच में वॉर्नर ने 32 गेंदों में 37 रन की पारी खेली थी। वहीं, राजस्थान के खिलाफ तीसरे मैच में 200 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए दिल्ली की टीम 142 रन ही बना पाई। वॉर्नर ने इस मैच में 55 गेंदों में 65 रन की पारी खेली।
अब दिल्ली के पूर्व कप्तान वीरेंद्र सहवाग ने वॉर्नर की आलोचना की है। उन्होंने तो वॉर्नर से आईपीएल में न खेलने की सलाह तक दे डाली है। सहवाग ने कहा- मुझे लगता है कि अब समय आ गया है कि हम उन्हें अंग्रेजी में बताएं ताकि वॉर्नर इसे सुनें और चोट महसूस करें। डेविड, अगर आप सुन रहे हैं, तो कृपया अच्छा खेलें। 25 गेंदों में 50 रन बनाएं। जायसवाल से सीखें। उन्होंने 25 गेंदों में पचास लगाया है। अगर आप ऐसा नहीं कर सकते तो आकर आईपीएल में मत खेलो।
भारत के पूर्व बल्लेबाज रोहन गावस्कर ने सहवाग के विचार का सम्मान किया। रोहिन ने कहा कि वह वॉर्नर जैसे खिलाड़ी से इतनी धीमी पारी की उम्मीद नहीं कर रहे थे। रोहन ने कहा- यदि आप आठ गेंदों पर आठ रन बनाकर आउट हो जाते हैं, तो कोई कह सकता है कि ठीक है वह उस लय को नहीं पा सका। लेकिन आप टीम के कप्तान हैं, आपके पास अनुभव है। उन्होंने दिखाया कि वह सबसे तेज 6000 आईपीएल रन बनाने वाले थे, इसलिए आप कभी सोच भी नहीं सकते कि राजस्थान के खिलाफ वॉर्नर ने इतनी धीमी पारी खेली। वॉर्नर अगर दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान नहीं होते तो रिटायर्ड हर्ट होते। अगर उनकी जगह कोई युवा भारतीय खिलाड़ी होता, तो उसका या तो टूर्नामेंट खत्म हो जाता और यह उसका आखिरी मैच होता। वॉर्नर को जिम्मेदारी लेनी होगी इस हार के लिए।