छत्तीसगढ़ः कोरबा और भाटापारा पहुंची GST टीम, शराब से जुड़ी अवैध कमाई के सबूतों की तलाश

कोरबा में इसी क्लब में  GST के अधिकारियों ने जांच की है - Dainik Bhaskar

कोरबा/ भाटापारा। शनिवार को सेंट्रल जीएसटी ने बड़ी कार्रवाई की है। कोरबा और भाटापारा में GST के अफसरों ने देर रात से ही डेरा डाल रखा था। सुबह होते ही कुछ नाइट क्लब और शराब दुकानों में अफसरों ने छापा मारा। खबर है कि दोनों ही शहरों में कुल 50-60 अधिकारियों की टीम जांच कर रही है। इन शहरों में कुछ कारोबारियों के बारे में भी इनपुट मिले हैं, जिन्हें लेकर अफसर जांच कर रहे हैं।

कोरबा में टीपी नगर स्थित पाम मॉल के वन नाइट क्लब में GST की एक टीम जांच कर रही है। यह बार एक शराब कारोबारी परिवार से संबंधित है,जिनके रायपुर और बिलासपुर ठिकानों पर हाल ही में ED ने जांच की थी। मॉल के प्रबंधन से जुड़े लोग परिवहन ठेकों से जुड़े है। सूत्रों के मुताबिक कोरबा पहुंचे GST के अफसर पावर प्लांट की राख के ट्रांसपोर्टिंग के संबंध में भी जांच कर रहे हैं।

भाटापारा में GST की दूसरी टीम जांच के लिए गई है। वहां एक सरकारी शराब दुकान में जांच की जा रही है। एक सुपरवाइजर के साथ GST के अफसर पूछताछ कर रहे हैं। GST के अधिकारियों को जानकारी मिली थी कि शराब दुकानों में ओवररेट के जरिए बड़ी तादाद में अवैध रकम लोगों से लेकर, विभाग, और शराब के कारोबार से जुड़े लोगों का गिरोह चल रहा था। मामला टैक्स चोरी से भी जुड़ा है।

रायपुर में ED कर रही है पूछताछ
बीते दिनों रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर में शराब के कारोबारियों के ठिकानों पर ED ने छापे मारे थे। देर रात तक शराब कारोबारियों को ED दफ्तर में बुलाकर उनसे पूछताछ की गई थी। इसी कार्रवाई में ED को पूरे प्रदेश में शराब की आड़ में चल रहे अवैध कारोबार और इसमें मनी लॉन्ड्रिंग की जानकारियां मिली है। इसी वजह से कोरबा और भाटापारा में ये कार्रवाई की जा रही है।

ED ने इन कारोबारियों- अफसरों के यहां मारे थे छापे
करीब 10 दिन पहले रायपुर में ED ने छापेमार कार्रवाई की थी। IAS अनिल टुटेजा, शराब कारोबारी बलदेव सिंह भाटिया, भिलाई के होटल संचालक विनोद सिंह, रायपुर के महापौर एजाज ढेबर, उनके भाई अनवर ढेबर, दुर्ग जिला मुख्यालय की बात करें तो नेहरू नगर निवासी एन उदय राव, शराब कारोबारी पप्पू बंसल खुर्सीपार, अतुल सिंह स्मृति नगर, संजीव फतेपुरिया नेहरू नगर, आबकारी अफसर एपी त्रिपाठी के ठिकानों पर जांच की गई थी।