छत्तीसगढ़ः प्रदेश के नेशनल जूनियर हैंडबॉल खिलाड़ी की मिली लाश, कोलकाता के हुगली नदी में डूबने से हुई मौत; गया था प्रतियोगिता में भाग लेने

भिलाई। भिलाई से नेशनल हैंडबॉल जूनियर प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए गए 17 साल के सिराज की कोलकाता के हुगली नदी में लाश मिली है। वह 27 से 31 मार्च तक गुवाहाटी में होने वाली प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए कोच के साथ गया था। इस दौरान सभी कोलकाता के होटल में ठहरे थे। उसके बाद से सिराज का कहीं पता नहीं चल रहा था।

गुवाहाटी में नेशनल हैंडबॉल जूनियर प्रतियोगिता का आयोजन हो रहा है। इस प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए छत्तीसगढ़ से 17 युवा खिलाड़ी और दो कोच भी गए थे। टीम में भिलाई से 4 खिलाड़ी शामिल थे। शुक्रवार 24 मार्च को टीम यहां से ट्रेन से निकली और शनिवार 25 मार्च की सुबह कोलकाता पहुंची। यहां से उन्हें शाम को गुवाहाटी के लिए रवाना होना था। इसलिए कोच ने एक होटल लिया और सभी लोग वहीं ठहरे। बताया जा रहा सभी बच्चे हुगली नदी में नहाने के लिए गए थे।

नहाने के दौरान भिलाई के सेक्टर-4 में रहने वाले जावेद खान का बेटा सिराज खान नदी में डूब गया, लेकिन इसकी जानकारी किसी को नहीं हुई। शाम को जब टीम गुवाहाटी निकलने वाली थी तो कोच ने सभी की गिनती की। इसमें एक लड़का नहीं था। काफी खोजने के बाद जब उसका कहीं पता नहीं चला तो कोच ने इसकी जानकारी सिराज के पिता को फोन पर दी।

सूचना मिलते ही परिजन पहुंचे कोलकाता
कोच ने शनिवार रात 8.30 बजे फोन करके जावेद खान को सूचना दी कि सिराज कहीं गुम हो गया है। यह सुनते ही वो परेशान हो गए। वे तुरंत उरला एक्सप्रेस से कोलकाता पहुंचे। इसके बाद अपने रिश्तेदारों के साथ थाने जाकर मामले की शिकायत दर्ज कराई।

पुलिस की खोजबीन के बाद मिली लाश
कोलकाता पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर मामले की जांच शुरू की। कोच से पूछताछ करने के बाद पुलिस ने होटल का सीसीटीवी फुटेज निकाला। होटल के सीसीटीवी फुटेज में सिराज खान खाने के बाद बाहर जाते दिख रहा है। पूछताछ करने पर पता चला दोनों कोच और पूरी टीम हुगली नदी में नहाने के लिए गए थे। सिराज उनके साथ गया तो था, लेकिन लौटा नहीं। इसके बाद पुलिस ने नदी में खोजबीन शुरू की तो उसका शव मिला।
10वीं का है छात्र सिराज
सिराज क्लास 10वीं का छात्र था। वह जवाहर नगर के निजी स्कूल में पढ़ता है और हैंडबॉल का अच्छा खिलाड़ी था। इस वजह से उसका चयन नेशनल स्तर की प्रतियोगिता में हुआ था। परिजन इस इंतजार में थे कि बेटा मेडल लेकर लौटेगा, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। उनके घर का इकलौता चिराग ही बुझ गया। सिराज की मौत की खबर मिलने के बाद से घर वालों का रो-रोकर बुरा हाल है।