WPL: बैट का स्पॉन्सर नहीं मिला तो धोनी का नाम लिखकर बैटिंग करने उतरीं किरण नवगिरे, जानें उनके संघर्ष की कहानी

मुंबई : महिला प्रीमियर लीग में रविवार को यूपी वॉरियर्स ने रोमांच मैच में एक गेंद शेष रहते गुजरात जाएंट्स को तीन विकेट से हरा दिया। इस मैच में यूपी की ग्रेस हैरिस ने 26 गेंदों में 59 रन की नाबाद तूफानी पारी खेली। हालांकि, इस जीत की बुनियाद किरण नवगिरे ने रखी थी। उन्होंने संभल कर बल्लेबाजी करते हुए 43 गेंदों में 53 रन बनाए थे। उन्होंने अपनी पारी में पांच चौके और दो छक्के लगाए। उनकी पारी से यूपी की टीम को चेज का एक मौका मिला, जिसे हैरिस ने पूरा कर दिया।

क्रिकेट में किरण के नाम कई रिकॉर्ड्स

किरण ने सिर्फ अपनी बैटिंग से नहीं बल्कि अपने बल्ले से भी फैंस का ध्यान खींचा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक किरण को बैट का कोई स्पॉन्सर नहीं मिला तो वह अपने आदर्श महेंद्र सिंह धोनी का शॉर्ट फॉर्म में नाम एमएसडी (MSD) और उनका जर्सी नंबर 07 (सात) लिखकर मैदान पर बल्लेबाजी के लिए उतरीं। किरण एक बेहद गरीब परिवार से आती हैं। हालांकि, क्रिकेट में उनके नाम कई बड़े-बड़े रिकॉर्ड हैं। सिर्फ क्रिकेट ही नहीं बल्कि एथलेटिक्स की दुनिया में भी किरण नाम कमा चुकी हैं।

बेटी को मोबाइल पर बल्लेबाजी करते हुए देख रहे थे माता-पिता

27 वर्षीय किरण का जन्म महाराष्ट्र के सोलापुर में हुआ था। वह घरेलू क्रिकेट में नगालैंड का प्रतिनिधित्व करती हैं। अंतरराष्ट्रीय करियर में किरण छह टी20 मुकाबले भी खेल चुकी हैं। किरण के पिता किसान और मां हाउस वाइफ हैं। उनके दो भाई भी हैं। रविवार को जब किरण बल्लेबाजी कर रही थीं, तो इस गौरवान्वित करने वाले पल को उनके माता-पिता मोबाइल पर देख रहे थे। इसकी तस्वीर भी सामने आई है। विमेंस प्रीमियर लीग से पहले किरण पिछले साल तक भारत में हुए विमेंस टी20 चैलेंज भी खेल चुकी हैं। वह वेलोसिटी की टीम में थीं। उनके नाम इस लीग में एक खास रिकॉर्ड भी दर्ज है। पिछले साल किरण ने इस टूर्नामेंट में ट्रेलब्लेजर्स के खिलाफ 25 गेंदों पर अर्धशतक जड़ा था, जो कि इस टूर्नामेंट का सबसे तेज अर्धशतक है।

टी20 में 150+ रन बना चुकी हैं किरण

उन्होंने पिछले साल विमेंस सीनियर टी20 ट्रॉफी में नगालैंड से खेलते हुए अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ नाबाद 162 रन बनाए थे। यह इस टूर्नामेंट में अब तक का सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत स्कोर भी है। किरण टी20 मैच में 150+ रन बनाने वालीं पहली भारतीय क्रिकेटर (महिला या पुरुष) हैं। किरण क्रिकेट में आने से पहले एथलेटिक्स में थीं। उन्होंने एथलेटिक्स में यूनिवर्सिटी स्तर पर 100 से ज्यादा मेडल जीते हैं। साल 2011-12 में किरण ने जेवलिन थ्रो में स्वर्ण पदक जीता था।

धोनी हैं किरण के प्रेरणा

किरण हमेशा कहती हैं कि धोनी की वजह से उन्होंने क्रिकेट खेलना शुरू किया और वही उनके आदर्श और प्रेरणा हैं। 2011 वनडे विश्व कप में भारत की जीत के बाद किरण ने धोनी को फॉलो करना शुरू किया था। किरण बताती हैं कि उन्हें महिला क्रिकेट के बारे में कोई जानकारी नहीं थी और उन्होंने पुरुषों को ही सिर्फ क्रिकेट खेलते देखा था। इसके बाद किरण ने गांव के लड़कों के साथ ही क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया। इस तरह धीरे-धीरे किरण का क्रिकेट के प्रति लगाव बढ़ा और अब वह सुपरस्टार बन चुकी हैं। बल्ले पर भी किरण ने अपने आदर्श धोनी का नाम ही लिखा।

इस तरह क्रिकेट में आईं किरण नवगिरे

एक यूनिवर्सिटी मैच के दौरान किरण बल्लेबाजी करने पहुंची थीं। तब वहां मौजूद एक कोच ने किरण की पावर हिटिंग देखी थी और हैरान रह गए थे। किरण लगातार छक्के पर छक्के लगा रही थीं। जब कोच ने किरण से खेल में उनके पसंद के बारे में पूछा तो किसान परिवार से आने वाली किरण ने उन्हें बताया था कि क्रिकेट काफी महंगा खेला और वह सिर्फ इसे एंजॉय करने के लिए खेलती हैं। कोच के काफी मनाने के बाद किरण ने क्रिकेट खेलने का मन बनाया। फिर कोच ने उन्हें भरोसा दिलाया कि उन्हें इसके लिए कोई पैसे नहीं देने होंगे।

2022 में किया था अंतरराष्ट्रीय डेब्यू

किरण ने 2022 में अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया था और तब से छह मैच खेल चुकी हैं। उनके नाम 17 रन हैं। रविवार को महिला आईपीएल में जब किरण बल्लेबाजी कर रही थीं तो गुजरात जाएंट्स की मेंटर मिताली राज परेशान दिख रही थीं। उन्हें पता था कि जब तक किरण मैदान पर रहेंगी तब तक वह मैच को अपने दम पर पलटने का दमखम रखती हैं। ऐसा ही हुआ भी उन्होंने 43 गेंदों पर 123.26 के स्ट्राइक रेट से 53 रन की पारी खेलकर यूपी की वापसी कराई।