रायगढ़ः बैसाखी से पीट-पीटकर पत्नी की हत्या, अपराध छिपाने नाबालिग बेटे को भी दी जाने से मारने की धमकी; आरोपी पति गिरफ्तार

अपराध छिपाने बेटे को भी दी जाने से मारने की धमकी, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने खोली पोल|रायगढ़,Raigarh - Dainik Bhaskar

रायगढ़। जिले के लैलूंगा में मामूली विवाद में एक पति ने लोहे की बैसाखी से अपनी पत्नी को मौत के घाट उतार दिया। यहां तक कि उसने अपना अपराध छिपाने के लिए बेटे को भी जान से मारने की धमकी दी। उसने घटना का जिक्र किसी से नहीं करने के लिए अपने 16 साल के बेटे पर दबाव डाला। पुलिस ने शुक्रवार को आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया है।

जानकारी के मुताबिक, लैलूंगा थाना क्षेत्र के नहरपारा में गजेंद्र सारथी अपनी पत्नी फूलोबाई सारथी (29 साल) और 3 बच्चों के साथ रहता था। गजेंद्र दिव्यांग है और खेती-किसानी का काम करता है। दोनों पति-पत्नी को शराब पीने की लत थी और उनका किसी न किसी बात पर आए दिन झगड़ा होता रहता था। 21 फरवरी की शाम उसका अपनी पत्नी से किसी बात पर विवाद हो गया। नशे में धुत गजेंद्र को इतना गुस्सा आया कि उसने अपनी बैसाखी से पीट-पीटकर पत्नी की हत्या कर दी। उस वक्त घर में 16 साल का बेटा मौजूद था।

बेटे ने इस हत्याकांड को अपनी आंखों से देखा। वहीं उससे बड़े दो भाई खेत में गए हुए थे। अपने अपराध को छिपाने के लिए आरोपी ने बेटे पर दबाव बनाया कि वो किसी से भी घटना का जिक्र नहीं करे, नहीं तो जिस तरह से उसने उसकी मां को मार डाला, उसी तरह से वो उसे भी मार डालेगा। इससे नाबालिग बहुत डर गया और उसने किसी से भी इस बात का जिक्र नहीं किया, लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने आरोपी की सारी पोल खोल दी।

लैलूंगा थाना प्रभारी उपनिरीक्षक आर एस तिवारी ने बताया कि उन्हें गांव के किसी व्यक्ति से महिला की मौत की खबर मिली। उन्हें फोन पर बताया गया था कि महिला के साथ हुई मारपीट के कारण उसकी मौत हो गई है। खबर मिलते ही वे अपनी टीम के साथ तुरंत मौके पर पहुंचे। वहां शव के अंतिम संस्कार की तैयारी में घरवाले लगे थे। महिला के मायकेवाले भी घर पर मौजूद थे। महिला का शव घर पर पड़ा हुआ था।

घरवालों की मौजूदगी में शव की बारीकी से जांच करने पर उसके सिर व शरीर के कई अंगों पर बेरहमी से मारे जाने के निशान मिले। जब पति और बेटे से पूछताछ की गई, तो वे गोलमोल जवाब देने लगे। बेटे ने कहा कि मां नशे में थी और सीमेंट के पोल से टकराकर वह गंभीर रूप से घायल हो गई और उसकी मौत हो गई।

पुलिस ने बताया कि लाश की हालत देखकर ये साफ हो गया था कि बाप-बेटे झूठ बोल रहे हैं। इसके बाद शव का पंचनामा कार्रवाई कर उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया गया और घटनास्थल की बारीकी सी जांच की गई, जहां खून के निशान मिले। पुलिस ने परिजनों से पूछताछ की, तो पता चला कि फूलोबाई सारथी गजेंद्र की दूसरी पत्नी थी। पहली पत्नी से एक बेटा है और मृतका फूलोबाई से दो बेटे हैं। गजेन्द्र की पहली पत्नी की मौत हो जाने के बाद उसने फूलोबाई से दूसरी शादी की थी। दोनों पति-पत्नी में आए दिन झगड़े की बात निकलकर सामने आई है।

हत्या करने के बाद आरोपी पति आनन-फानन में क्रियाकर्म की तैयारी कर रहा था। 16 वर्षीय छोटे बेटे को सब पता था, लेकिन पिता की धमकी के डर से वो खामोश था और थाने में उसकी मां के सीमेंट पोल से टकराकर मौत हो जाने की रिपोर्ट दर्ज कराने को कहा। गवाहों द्वारा बताए गए घटनास्थल, मृतका के घर और शव की जांच करने पर मामला संदिग्ध लगा। बेटे को थाने में बुलाकर पूछताछ की गई, तो उसने पिता द्वारा नशे में मां की हत्या करना बताया गया और कहा गया कि उसके पिता ने किसी से ये बात कहने पर उसे भी जान से मारने की धमकी दी थी।

वहीं 23 फरवरी को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि हो गई। पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर ने प्रथम दृष्टया ही हत्या की बात कह दी थी। इसके बाद मृतका के पति गजेन्द्र सारथी को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर उसने अपनी पत्नी की हत्या करना कबूल कर लिया। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि 21 फरवरी की शाम दोनों पति-पत्नी के बीच झगड़ा हुआ था, जिसके बाद उसने अपनी लोहे की बैसाखी से उसकी पत्नी फूलोबाई के सिर, पीठ, हाथ-पैर में जानलेवा वार किया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

आरोपी गजेन्द्र सारथी (50 वर्ष) की निशानदेही पर घटना में इस्तेमाल बैसाखी और गमछा जब्त कर लिया गया है और उसमें लगे खून के छींटों का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया है। वहीं आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।