केरल के कपल के लिए फरिश्ता बना शख्स, बच्चे के इलाज के लिए दिया 11.5 करोड़ का डोनेशन

नईदिल्ली : अमेरिकी मूल के एक नागरिक ने केरल में एक बच्चे के इलाज के लिए 11.5 करोड़ रुपए दान में दिया है. शख्स की जानकारी गुप्त है, जिसने एक बच्चे के स्पाइनल मसक्यूलर अट्रोफी (एसएमए) टाइप-2 के इलाज के लिए इतनी बड़ी रकम की मदद दी. इस बीमारी की वजह से शरीर का मूवमेंट बंद हो जाता है और अगर समय पर इसका इलाज न कराया जाए तो इससे जीवनकाल भी कम हो जाती है. इसके इलाज के लिए Zolgensma के डोज लगाए जाते हैं, जिसकी कीमत 17.5 करोड़ रुपए है और इस इंजेक्शन को भारत पहुंचने में 20 दिनों का समय लगता है.

निरवान के पैरेंट्स, सारंग मेनन और आदिति नायर ने क्राउडफंडिंग के जरिए पांच करोड़ रुपए जुटाए थे, जहां 50000 लोगों ने योगदान दिया. डॉक्टर ने बताया कि उनके बच्चे के इलाज में इस्तेमाल किए जाने वाली दवाई के एक खुराक की कीमत 17.5 करोड़ रुपए है. बाद में निरवान के परिवार ने अपने एक फेसबुक पोस्ट में बताया कि उन्होंने एक अंजान शख्स से 1.4 मिलियन डॉलर की रकम हासिल की है, जो कि इंडियन करेंसी में 11.5 करोड़ होता है. इससे हमें निरवान के इलाज में बड़ी मदद मिलेगी. परिवार की तरफ से किए गए पोस्ट में कहा गया है कि दुनिया में अभी भी फरिश्ते हैं, जो किसी जरूरतमंद की मदद के लिए सामने आ जाते हैं.

स्पाइनल मसक्यूलर अट्रोफी का इलाज बहुत महंगा

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बच्चे की हालत गंभीर होता देख और डॉक्टर के यह बताए जाने के बाद कि इसका इलाज काफी महंगा है, परिवार वालों ने एक मिलाप और इम्पैक्टगुरू जैसे प्लेटफॉर्म पर दो क्राउडफंडिंग के अकाउंट बनाए. परिवार ऐसे तो केरल का रहना वाला है, लेकिन मुंबई में रह रहा है. डॉक्टर ने उन्हें बताया कि बच्चे का इलाज जीन रिप्लेसमेंट थेरेपी के जरिए किया जाना है, जिसका इलाज काफी महंगा है. इस तरह की शिकायत वाले मरीज को Zolgensma की डोज लगाई जाती है, जिसकी कीमत 17.5 करोड़ रुपए है. इस दवा को Novartis नाम की कंपनी बनाती है और इसको भारत पहुंचने में 20 दिनों का समय लग सकता है.