छत्तीसगढ़ः सौम्या चौरसिया सहित 8 के खिलाफ चार्जशीट, ED ने साढ़े पांच हजार पन्नों में रखा आरोपों का ब्यौरा, सूर्यकांत की मां-भाई का भी नाम

ED ने साढ़े पांच हजार पन्नो में रखा आरोपों का ब्यौरा, सूर्यकांत की मां-भाई का भी नाम|रायपुर,Raipur - Dainik Bhaskar

रायपुर। प्रवर्तन निदेशालय ने सोमवार को राज्य प्रशासनिक सेवा की अधिकारी सौम्या चौरसिया सहित आठ लोगों के खिलाफ आरोपपत्र पेश किया है। इसमें कोयला कारोबारी सूर्यकांत तिवारी की मां, उसके भाई और सौम्या चौरसिया के भाई का नाम भी शामिल है। ED ने करीब साढ़े पांच हजार पेज के चार्जशीट में सभी के खिलाफ आरोपों और लेन-देन के सबूतों का ब्यौरा अदालत के सामने रखा है।

ED की चार्जशीट में पिछले सप्ताह गिरफ्तार किये गये खनिज अधिकारी शिवशंकर नाग, संदीप कुमार नायक, कारोबारी दीपेश टांक और राजेश चौधरी के खिलाफ भी इस आरोपपत्र में ब्यौरा दिया गया है। इन आरोपियों की कस्टोडियल रिमांड की अवधि पूरी होने के बाद इनको अदालत में पेश किया गया था। जहां से इन लोगों को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।

इनकी अगली पेशी 14 फरवरी को होनी है। इस बीच आरोप पत्र में कोयला कारोबारी सूर्यकांत तिवारी की मां कैलाश तिवारी, उसके भाई रजनीकांत तिवारी और सौम्या चौरसिया के भाई अनुराग चौरसिया के खिलाफ भी आरोप लगाए हैं। इन तीन व्यक्तियों से ED कई बार पूछताछ कर चुकी है, लेकिन अभी तक इनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है।

अब तक 170 करोड़ की संपत्ति अटैच

अधिकारियों ने बताया, ED ने अस्थायी रूप से 17.48 करोड़ की 51 अचल संपत्तियों को कुर्क किया है। जो सौम्या चौरसिया और अन्य के स्वामित्व में हैं। अवैध कोयला लेवी उगाही के इस मामले में अब तक कुल मिलाकर 170 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की जा चुकी है। ED को तलाशी के दौरान 2.72 करोड़ रुपये मूल्य के सोने और हीरे के आभूषण, लगभग 41 लाख रुपये की नकदी, 4 हाई एंड कारें, डिजिटल उपकरण और विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज आदि मिले हैं।

11 अक्टूबर से चल रही है कार्रवाई

प्रवर्तन निदेशालय ने 11 अक्टूबर को प्रदेश के कई अफसरों और कारोबारियों के 75 ठिकानों पर छापा मारा था। प्रारंभिक जांच और पूछताछ के बाद 13 अक्टूबर को इस मामले में छत्तीसगढ़ इंफोटेक प्रमोशन सोसाइटी-चिप्स के तत्कालीन CEO समीर विश्नोई, कोयला कारोबारी सुनील अग्रवाल और वकील-कारोबारी लक्ष्मीकांत तिवारी को गिरफ्तार किया था। उनको 14 दिन की रिमांड में पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया। 29 अक्टूबर को इस मामले में एक अन्य आरोपी सूर्यकांत तिवारी ने अदालत में समर्पण कर दिया। 2 दिसम्बर को सौम्या चौरसिया को गिरफ्तार किया गया। पिछले सप्ताह चार और लोगों को पकड़ा गया है।