कोरबा। जिले के भिलाई खुर्द से कुछ दूरी पर रेलवे ट्रैक के किनारे एक रिटायर्ड SECL कर्मी खून से लथपथ हालत में मिला। रेलवे ट्रैक के किनारे पड़े हुए घायल शख्स को देखकर मालगाड़ी के लोको पायलट सी लकड़ा ने ट्रेन रोकी और उसे लेकर उरगा रेलवे स्टेशन पहुंचे। यहां से उसे 108 एंबुलेंस के जरिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। मामला उरगा थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, 65 वर्षीय दसा राम पटेल, जो चंद्र नगर जटराज का रहने वाला था, वह गुरुवार सुबह किसी काम से कोरबा जाने को निकला हुआ था। अपनी बाइक से वह कोरबा के लिए रवाना हुआ था। काफी वक्त बीत जाने के बाद भी जब वह वापस घर नहीं लौटा, तो घरवाले परेशान हो गए। उन्होंने आसपास और अपने रिश्तेदारों के घर पूछताछ की, लेकिन रातभर उसका कुछ पता नहीं चला। शुक्रवार सुबह फोन पर बड़े बेटे कीर्तन पटेल को जानकारी मिली कि उसके पिता दसाराम मालगाड़ी की चपेट में आकर बुरी तरह से घायल हो गए हैं और उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इसके बाद परिजन जिला अस्पताल पहुंचे, हालांकि घायल को नहीं बचाया जा सका। घटना की सूचना पर कोरबा आरपीएफ घटनास्थल पर पहुंची। आरपीएफ के उपनिरीक्षक आर एस चंद्रा ने बताया कि घटनास्थल से 30 मीटर की दूरी पर मृतक की बाइक मिली है। बाइक स्टैंड पर खड़ी है। प्रथम दृष्टया मामला खुदकुशी का लग रहा है। बताया जा रहा है कि दसा राम पटेल ने चांपा की तरफ से आ रही मालगाड़ी के सामने कूदकर जान देने की कोशिश की, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया और रेलवे ट्रैक के किनारे पड़ा हुआ था। वहीं कोरबा की ओर से जा रही मालगाड़ी के लोको पायलट ने घायल को देख मालगाड़ी रोकी थी।
मृतक के बेटे कीर्तन पटेल ने बताया कि उसके पिता एसईसीएल के कर्मचारी थे। वे 2016 में रिटायर हुए थे। इसके बाद खेती-किसानी का काम करते थे। 3 साल पहले मां की मौत होने के बाद पिता थोड़ा परेशान रहते थे। लेकिन आत्महत्या की सही वजहों की जानकारी उसे नहीं है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।