नई दिल्ली। पूरी दुनिया में कोरोना के बिगड़े हालात को देखते हुए अपने देश में भी संक्रमण से बचाव के चाक-चौबंद इंतजाम किए जाने लगे हैं। बीते दो दिनों में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय समेत तमाम जिम्मेदार महकमों और अधिकारियों के साथ हुई बैठक में एक बात स्पष्ट रूप से सामने आई है कि भीड़भाड़ वाले कार्यक्रमों में लोगों को जाने से रोका जाना चाहिए। कोविड मामलों पर नजर बनाए रखने वाली कमेटी से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक आने वाले दिनों में क्रिसमस और नए साल पर होने वाले कार्यक्रमों समेत अन्य भीड़भाड़ वाले आयोजनों के लिए दिशानिर्देश जारी किए जा सकते हैं। अगर ऐसा हुआ तो संभव है कांग्रेस के भारत जोड़ो यात्रा पर भी ब्रेक लग सकता है।
लागू हो सकते हैं कोविड प्रोटोकॉल
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक बीते दो दिनों से लगातार हो रही बैठकों में इस बात को लेकर चर्चा हो रही है कि कैसे आने वाले दिनों में हालात पर काबू पाया जाना है। इस बैठक में मौजूद स्वास्थ्य मामलों से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि कोविड प्रोटोकॉल के चलते जो एहतियातन कदम पहले उठाए गए थे, उसी को एक बार फिर से लागू किए जाने की आवश्यकता है। उस प्रोटोकॉल के चलते भीड़भाड़ वाले कार्यक्रमों के आयोजन पर न सिर्फ रोक लगी थी, बल्कि लोगों को ऐसी जगहों पर जाने के लिए मास्क पहनना अनिवार्य था। सूत्रों का कहना है कि अगले कुछ दिनों के भीतर अपने देश में संक्रमण को रोकने के लिए कुछ ऐसे ही एहतियातन सख्त कदम उठाए जा सकते हैं।
कोविड मामलों पर नजर रखने वाली कमेटी से जुड़े एक वरिष्ठ सदस्य बताते हैं कि अगर अभी सख्त कदम उठा लिए गए, तो आने वाले दिनों में चीन, जापान और दुनिया के अन्य देशों जैसे फैले हालात से बचा जा सकता है। बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की बैठक में शामिल हुए एक वरिष्ठ अधिकारी बताते हैं कि क्रिसमस के आयोजनों से लेकर नए साल पर होने वाले कार्यक्रमों और मनाई जाने वाली छुट्टियों में लोगों को बेहद सतर्कता बरतने की जरूरत है। उक्त वरिष्ठ अधिकारी बताते हैं कि बैठक में ऐसे आयोजनों और भीड़भाड़ वाले कार्यक्रमों पर सतर्कता बरतने की लिहाज से भी चर्चा हुई है। हालांकि उनका कहना है कि अभी पूरी तरीके से ऐसे कार्यक्रमों पर रोक और बंदिश तो नहीं लगी है, लेकिन हालात बिगड़ने पर इस तरीके का फैसला भी लिया जा सकता है।
कई देशों में बिगड़ने लगे हालात
सूत्रों के मुताबिक कोविड के मामले में अपने देश में फिलहाल स्थिति बहुत बेहतर है। लेकिन दुनिया के कई देशों में हालात एक बार फिर से बिगड़ने लगे हैं। इसलिए बेहतर है कि हम किसी भी हालात को बिगड़ने से पहले ही पुख्ता इंतजाम कर लें। कोविड को कंट्रोल करने और नीतियां बनाने को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की इस संबंध में लगातार बैठक चल रही है। आज शाम को प्रधानमंत्री मोदी भी समीक्षा बैठक करेंगे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से जुड़े सूत्रों का कहना है कि संभव है आज शाम तक या या अगले कुछ दिनों में कोविड प्रोटोकॉल के तहत ही आयोजनों को मंजूरी दिए जाने की अनुमति दी जाए।
अब सवाल यह उठ रहा है अगर इस तरीके की बंदिशें लगाई जाती हैं तो कौन से बड़े कार्यक्रमों पर असर पड़ने वाला है। जानकारी के मुताबिक इसका असर क्रिसमस सेलिब्रेशन पर असर पड़ सकता है। इसके अलावा नए साल पर होने वाले आयोजनों पर भी इसका असर पड़ने की संभावना है। नए साल पर छुट्टियां मनाने जाने वाले लोगों पर भी इसका असर पड़ सकता है। इसके अलावा राजनीतिक रूप से सबसे बड़ा असर कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा पर भी पड़ सकता है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि भले ही अभी तुरंत दिशानिर्देश न जारी हों, लेकिन लोगों को भीड़भाड़ वाले कार्यक्रमों और भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचना चाहिए।
भाजपा समेत सभी दलों के बड़े आयोजनों पर लगे अंकुश
राजनीतिक गलियारों में इस बात को लेकर भी चर्चा हो रही है कि जिस तरीके से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को स्थगित करने के लिए चिट्ठी लिखी है। उससे अनुमान लगाया जा रहा है कि संभवतः ऐसे भीड़भाड़ वाले कार्यक्रमों पर रोक लगे या निर्धारित संख्या के मुताबिक ही अनुमति मिल सकती है। कांग्रेस पार्टी से जुड़े एक वरिष्ठ नेता बताते हैं कि अगर सरकार कोविड से बचाव संबंधी कोई प्रोटोकोल बनाती है, तो उसमें उनकी पार्टी पूरी तरीके से सहयोग करेगी। सिर्फ उनकी यात्रा को रोकने के लिए सरकार रोड़े अटका आएगी, तो उनकी पार्टी इसका पुरजोर विरोध भी करेगी। कांग्रेस पार्टी से जुड़े नेता कहते हैं कि अगर अंकुश लगेगा, तो सिर्फ कांग्रेस ही नहीं बल्कि भाजपा समेत सभी दलों के बड़े आयोजनों पर अंकुश लगे।
सूत्रों का कहना है कि अगले कुछ दिनों में होने वाली केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और तमाम बड़े अधिकारियों की बैठक में चीन से आने वाली उड़ानों पर भी फैसला लिया जा सकता है। हालांकि नागरिक उड्डयन विभाग से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी बताते हैं कि कोविड के मामले चीन के साथ-साथ अमेरिका, जापान और फ्रांस समेत दुनिया के अन्य मुल्कों में भी बढ़ रहे हैं। इसलिए जो भी फैसला होगा वह इन सभी देशों में बढ़ रहे मामलों को ध्यान में रखते हुए लिया जाएगा। नागरिक उड्डयन विभाग का फैसला केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की बनाई गई कमेटी की संस्तुति के आधार पर ही लिया जाएगा। फिलहाल अनुमान यही लगाया जा रहा है कि जिन देशों में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, वहां से आने वाले लोगों की पुरानी व्यवस्था के मुताबिक की जांच हो।