तिरुवनंतपुरम I फीफा विश्व कप के फाइनल में अर्जेंटीना ने गत विजेता फ्रांस को हराकर ट्रॉफी अपने नाम की। रोमांच से भरपूर इस मैच में कई टर्निंग पॉइंट्स आए। कभी ऐसा लगा कि अर्जेंटीना की टीम आसानी से जीत जाएगी, तो कभी फ्रांस ने वापसी कर पूरा पासा ही पलट दिया। ऐसे में मैच एक्स्ट्रा टाइम के बाद 3-3 की बराबरी पर खत्म हुआ और पेनल्टी शूटआउट तक पहुंचा। इसमें अर्जेंटीना ने 4-2 से जीत हासिल कर तीसरी बार विश्व कप खिताब भी जीत लिया।
दुनियाभर में इस जीत का जश्न मनाया गया। भारत में भी लोगों ने इस मैच का आनंद उठाया। मैच के बाद अर्जेंटीना और मेसी के फैन्स ने जीत का जश्न भी मनाया। खासतौर पर केरल में अर्जेंटीना की जीत का खूब जश्न मनाया गया। हालांकि, इस दौरान हिंसक घटनाएं भी सामने आई हैं। केरल के कन्नूर में फ्रांस और अर्जेंटीना के समर्थक आपस में भिड़ गए। इसमें तीन लोग घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि उनमें से एक की हालत गंभीर है।
पुलिस के मुताबिक, यह घटना पल्लियामूला के पास की है। अर्जेंटीना के फैन्स ने फ्रांस के फैन्स पर तंज कसा, जिसके बाद हिंसा हुई। छह लोगों को हिरासत में लिया गया और जल्द ही उनकी गिरफ्तारी भी दर्ज की जाएगी। इसके अलावा कोच्चि और तिरुवनंतपुरम में भी हिंसा की कुछ घटनाएं सामने आईं। अर्जेंटीना की जीत के बाद जश्न मना रहे लोगों को संभालने के दौरान दो पुलिस अफसरों पर हमला हो गया।
पुलिस ने बताया कि कोच्चि में एक सिविल पुलिस अधिकारी के साथ मारपीट की गई और उसे सड़क पर घसीटा गया। यह घटना तब घटी जब वह यातायात बाधित कर रही भीड़ को हटाने की कोशिश कर रहे थे। तिरुवनंतपुरम के पास पोझियूर में, एक सब-इंस्पेक्टर पर स्क्रीनिंग फाइनल के दौरान हमला किया गया।
कार्यक्रम स्थल पर हंगामा करने वाले दो युवकों को हटाने के दौरान दारोगा पर हमला किया गया। इसके अलावा पुलिस ने बताया कि कोल्लम में, एक स्थानीय स्टेडियम से अर्जेंटीना के प्रशंसकों के विक्ट्री मार्च के दौरान एक 17 वर्षीय किशोर अक्षय कुमार की मौत हो गई। अर्जेंटीना ने 1978 और 1986 के बाद 36 साल बाद फीफा विश्व कप जीता है। मेसी सात गोल के साथ टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा गोल करने में दूसरे नंबर पर रहे। फाइनल में फ्रांस के लिए हैट्रिक लगाने वाले किलियन एम्बाप्पे आठ गोल के साथ शीर्ष पर रहे।