दाऊद की डी कंपनी फिर एक्टिव, आतंक फैलाने के लिए डॉन ने हवाला से भेजे करोड़ों

नईदिल्ली I टेरर फंडिंग केस की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआईए ने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को लेकर बड़ा खुलासा किया है. एजेंसी ने हाल ही में दाखिल की गई सप्लीमेंट्री चार्जशीट में बताया है कि दाऊद आतंकियों की मदद के लिए हवाला के जरिये भारत में पैसे भेजता था. ये पैसा मुंबई में दुबई और सूरत के रास्ते पहुंचाया जाता था. एनआईए ने दाऊद इब्राहिम, छोटा शकील, उसके बहनोई मोहम्मद सलीम कुरैशी उर्फ सलीम फ्रूट और दोनों शेखों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है. इसमें जानकारी दी गई है कि इस रकम के लिए कोड का भी इस्तेमाल किया जाता था.

जानकारी दी गई है कि अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम ने आतंकी साजिश को अंजाम देने के लिए मुंबई में 25 लाख रुपए भेजे थे. ये चार्जशीट मुंबई कोर्ट में दायर की गई, जिसमें मुंबई में हवाला के जरिए की गई करोड़ो रुपये की टेरर फंडिंग का जिक्र है. इस चार्जशीट में दाऊद इब्राहिम उर्फ ​​शेख दाऊद हसन और शकील शेख उर्फ ​​छोटा शकील के अलावा गिरफ्तार तीन आरोपियों आरिफ अबुबकर शेख, शब्बीर अबुबकर शेख और मोहम्मद सलीम कुरैशी उर्फ सलीम फ्रूट के नाम शामिल हैं.

25 लाख रुपये मुंबई भेजे थे

इस चार्जशीट में एनआईए ने साफ लिखा है कि डी कंपनी मुंबई में एक बार फिर अपना आतंक का सिंडिकेट खड़ा करने की कोशिश कर रही है. चार्जशीट में इस बात का जिक्र भी है कि कैसे दाऊद इब्राहिम देश में करोड़ो रुपये हवाला के जरिये भेजता था ताकि यहां आतंकी गतिविधियों को अंजाम दिया जा सके. चार्जशीट के मुताबिक, अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम ने आतंकी साजिश को अंजाम देने के लिए मुंबई में 25 लाख रुपए भेजे थे. मुंबई में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने और बड़ी घटनाएं करने के लिए दाऊद इब्राहिम और उसके करीबी छोटा शकील ने पाकिस्तान से दुबई के रास्ते 25 लाख रुपये भेजे थे. चार्जशीट के अनुसार यह पैसा भारत में सूरत के रास्ते आया था और बाद में मुंबई पहुंचा.

4 साल में भेजे गए 13 करोड़ रुपये

हवाला के जरिए इस पैसे को आरिफ शेख और शब्बीर शेख तक पहुंचाया गया था. चार्जशीट में यह तक कहा गया कि 4 साल में हवाला के जरिए लगभग 12 से 13 करोड़ रुपये टेरर फंडिंग के लिए भारत में भेजे गए हैं. एनआईए ने अपनी चार्जशीट में बताया कि जो 25 लाख रुपये पाकिस्तान से भारत लाए गए थे, उसे आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए भेजे गए थे.

एनआईए ने दावा किया है कि शब्बीर ने 5 लाख रुपये रखे थे और बाकी आरिफ को एक गवाह के सामने दिए थे. एनआईए ने कहा कि यह ध्यान रखना उचित है कि 9 मई, 2022 को उनके घर की तलाशी के दौरान शब्बीर से 5 लाख रुपये बरामद किए गए थे. एनआईए की मुंबई ब्रांच ने इसी साल 3 फरवरी को आईपीसी की कई धाराओं और महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम, 1999 यानी मकोका को भी एफआईआर में जोड़ा गया था.