मेलबर्न। टी20 विश्व कप 2022 में सूर्यकुमार यादव ने शानदार बल्लेबाजी की है। इस टूर्नामेंट में वह अब तक 75 की औसत और 193.96 के स्ट्राइक रेट से 225 रन बना चुके हैं। ग्रुप स्टेज में भारत के आखिरी मैच में भी सूर्यकुमार यादव ने 25 गेंद में 61 रन की पारी खेली और भारत का स्कोर 186 रन तक पहुंचा दिया, जबकि एक समय पर भारत के लिए 150 रन का स्कोर भी थोड़ा मुश्किल लग रहा था।
सूर्या की इस पारी के बाद गौतम गंभीर ने उनकी जमकर तारीफ की। गंभीर ने कहा कि टी20 विश्व कप के 2022 संस्करण में सूर्यकुमार को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का पुरस्कार मिलना चाहिए। हालांकि, गंभीर इस दौरान विराट को भूल गए, जो इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं और पाकिस्तान के खिलाफ मुश्किल हालात में भारत को जीत दिलाई थी।
नीदरलैंड और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अर्धशतक लगाने वाले सूर्यकुमार ने रविवार को जिम्बाब्वे के खिलाफ छह चौकों और चार छक्कों की मदद से टूर्नामेंट में अपना तीसरा अर्धशतक लगाया। उनकी शानदार बल्लेबाजी से प्रभावित गौतम गंभीर ने एक स्पोर्ट्स चैनल से बातचीत में कहा “हमने उसके बारे में बहुत कुछ बोला है। विराट कोहली, रोहित शर्मा और केएल राहुल जैसे खिलाड़ी बहुत पारंपरिकि अंदाज में खेलते हैं, लेकिन सूर्यकुमार अलग हैं। भारत के पास इस तरह के खिलाड़ी नहीं हैं, खासकर नंबर चार पर बल्लेबाजी करने वाले। उन्होंने तीन अर्धशतकों के साथ 200 से अधिक रन बनाए हैं। इस तरह की प्रभावी बल्लेबाजी के कारण वह पहले से ही मेरे लिए प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट है, भले ही भारत विश्व कप जीते या नहीं।”
सूर्कुमार यादव टी20 में एक कैलेंडर वर्ष में 1000 से ज्यादा रन बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज हैं। उनसे पहले सिर्फ पाकिस्तान के मोहम्मद रिजवान ने ऐसा किया है।
जिम्बाब्वे के खिलाफ सूर्यकुमार यादव और लोकेश राहुल के अर्धशतक के बाद गेंदबाजों के बेहतरीन प्रदर्शन के चलते भारतीय टीम ने 71 रन के अंतर से बड़ी जीत हासिल की। इसके साथ ही टीम इंडिया अंक तालिका में शीर्ष पर रही।
कोच द्रविड ने भी की तारीफ
सूर्यकुमार की तारीफ करते हुए भारतीय कोच द्रविड़ ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा “यही कारण है कि वह इस समय दुनिया में नंबर एक टी20 बल्लेबाज है, क्योंकि इस प्रारूप में वह उस निरंतरता और स्ट्राइक रेट के साथ रन बनाता है, जो किसी दूसरे बल्लेबाज के लिए आसान नहीं है। जिस तरह से वह खेल रहा है, वह शानदार है। वह अपनी प्रक्रियाओं, अपनी रणनीति में बहुत स्पष्ट रहा है और मुझे लगता है कि उसने बहुत मेहनत की है। सूर्या के बारे में एक बात यह है कि उन्होंने अपने खेल और फिटनेस के बारे में सोचकर नेट्स में कितनी मेहनत की है। अगर मैं कुछ साल पहले के सूर्यकुमार को देखता हूं कि वह अपने शरीर की देखभाल कैसे करता है और वह अपनी फिटनेस पर कितना समय व्यतीत करता है, तो वह मैदान पर और बाहर कड़ी मेहनत के लिए पुरस्कार कमा रहा है।”