बिलासपुरः ट्रेलर ने बाइक को रौंदा,शव के उड़े चिथड़े, अंडरपास और मुआवजे की मांग को लेकर लोगों ने किया चक्काजाम

बिलासपुर। बिलासपुर में नेशनल हाईवे पर दर्दनाक सड़क हादसे में युवक की जान चली गई। बुधवार की शाम तेज रफ्तार ट्रेलर ने बाइक सवार को टक्कर मार दी, जिससे युवक की मौके पर मौत हो गई। हादसा इतना दर्दनाक था कि युवक के शव के चिथड़े उड़ गए। इस घटना से नाराज लोगों ने चक्काजाम कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने भीड़ को शांत कराया, तब जाकर चक्काजाम समाप्त हुआ। मामला कोनी थाना क्षेत्र का है। दरअसल, बिलासपुर से रतनपुर होते हुए कटघोरा-अंबिकापुर तक फोरलेन सड़क बनाई जा रही है। सड़क के किनारे कई गांव हैं, लेकिन NHAI ने यहां अंडरपास नहीं बनवाया है। इस वजह से कई हादसे हो रहे हैं। ऐसे ही बिलासपुर से करीब 15 किमी दूर सेंदरी चौक के पास कई हादसे हो चुके हैं। यहां साल भर के भीतर पांच लोगों की मौत हो चुकी है।

ग्राम जलसो निवासी घुलन कौशिक (34) बुधवार को किसी काम से बिलासपुर आया था। काम निपटाने के बाद वह अपने साथी राधे सूर्यवंशी (35) के साथ बाइक से गांव लौट रहा था। वह अभी सेंदरी पुल के पास पहुंचा था। उसी समय रतनपुर की ओर से आ रही तेज रफ्तार ट्रेलर ने बाइक को साइड से टक्कर मार दी। इससे बाइक सवार गिर गए। घुलन कौशिक ट्रेलर के पहियों के नीचे आ गया और उसका साथी सड़क से दूर जा गिरा। हादसा इतना दर्दनाक था कि घूलन कौशिक के शरीर के चीथड़े उड़ गए और मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना में राधे सूर्यवंशी को भी चोटें आई है।

गुस्साए लोगों ने किया चक्काजाम
इस हादसे के बाद आसपास के लोगों की भीड़ जुट गई। गुस्साई भीड़ ने आए दिन हो रहे हादसों को देखते हुए चक्काजाम कर दिया। फोरलेन पर दोनों तरफ वाहनों की कतार लग गई। नाराज लोग मुआवजे की मांग कर रहे थे। मौके पर पहुंची पुलिस ने भीड़ को शांत कराया और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।

नाराज लोगों ने किया चक्काजाम।

नाराज लोगों ने किया चक्काजाम।

एक साल में 9 हादसे और पांच की हो चुकी है मौत
बिलासपुर से करीब 15 किमी दूर सेंदरी चौक के पास भी कई हादसे हो चुके हैं। जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने न्यायमित्रों से वास्तविक आंकड़े प्रस्तुत करने को कहा था। कोनी थाने से सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत जानकारी मांगी गई थी। इसमें साल भर में 7 सड़क हादसों की जानकारी दी गई है। इन हादसों में तीन मौतें भी हुई हैं। बीते बुधवार को भी यहां सड़क हादसे में एक की मौत हो गई थी। वहीं, एक सप्ताह के भीतर दूसरा हादसा हुआ है, जिसमें युवक की मौत हो गई।

सेंदरी के पास बस के कुचलने से हुई थी बकरियों की मौत।

सेंदरी के पास बस के कुचलने से हुई थी बकरियों की मौत।

9 बकरियों की हुई थी मौत
सेंदरी में जब से नेशनल हाईवे बना है, तब से सड़क हादसे हो रहे हैं। वहीं, हाइवे बनने के बाद अंडरपास का निर्माण भी होना था। ताकि, फोरलेन ऊपर से गुजर जाए और नीचे से ग्रामीण और दूसरे वाहन आना-जाना करे। इससे हादसे की आशंका नहीं रहेगी। कुछ दिन पहले ही तेज रफ्तार बस ने यहीं बकरियों की झुंड को रौंद दिया था, जिससे 10 बकरियों की मौत हो गई थी।

पत्नी और चार बच्चियों का छीन गया सहारा
भूलन कौशिक अपने परिवार में अकेले कमाने वाला था। घर में उसकी पत्नी और चार बेटियां हैं। इस हादसे ने जहां एक महिला का सुहाग उजाड़ दिया। वहीं, चार बेटियों के सिर से पिता का साया भी छीन गया है। इसके साथ ही अब परिवार का एकमात्र सहारा भी छीन गया है।