ब्रिस्बेन। भारत ने ऑस्ट्रेलिया को ब्रिस्बेन के गाबा में खेले गए प्रैक्टिस मैच में छह रन से हरा दिया। भारत ने इस मैच में न सिर्फ बेहतरीन गेंदबाजी की, बल्कि बेहतरीन फील्डिंग से भी कई खिलाड़ियों को पवेलियन भेजा। खासतौर पर विराट कोहली की फील्डिंग तो देखने लायक रही। 33 साल की उम्र में भी कोहली ने मैदान में जो चुस्ती-फुर्ती दिखाई वह शानदार थी।
19वें ओवर में एक वक्त ऑस्ट्रेलिया ने पांच विकेट गंवाकर 171 रन बना लिए थे। क्रीज पर एरॉन फिंच और टिम डेविड थे। हर्षल पटेल ने फिंच को क्लीन बोल्ड किया। इसके बाद ओवर की दूसरी गेंद पर जोश इंगलिस और टिम डेविड ने रन लेने की कोशिश की, लेकिन कोहली चीते की तेजी से गेंद पर लपके और डाइव लगाते हुए स्ट्राइकर्स एंड पर थ्रो फेंका। गेंद सीधे जाकर विकेट पर लगी। डेविड रन आउट हुए। उस स्थिति में डेविड खतरनाक साबित हो सकते थे, लेकिन कोहली की शानदार फील्डिंग ने डेविड को वापस भेजा।
इसके बाद आखिरी ओवर में मोहम्मद शमी गेंदबाजी के लिए आए। तब ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए आखिरी ओवर में 11 रन चाहिए थे। 20वें ओवर की तीसरी गेंद पर पैट कमिंस लंबे शॉट के लिए गए। ऐसा लग रहा था कि उनका शॉट लॉन्ग ऑन पर खड़े विराट कोहली के ऊपर से निकल जाएगी, लेकिन कोहली ने सुपर मैन की तरह हवा में छलांग लगाई और हवा में उड़कर एक हाथ से कैच लपका।
उनके कैच को देखकर ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी भी हैरान रह गए। ऑस्ट्रेलियाई डग आउट में बैठे खिलाड़ी भी ताली बजाने लगे। खुद कोहली को इस कैच पर यकीन नहीं हुआ। वह भी हंसने लगे। शमी ने आखिरी ओवर में सिर्फ चार रन ही खर्च किए और भारत ने यह मैच छह रन से अपने नाम किया। शमी ने आखिरी ओवर में तीन विकेट झटके और इस ओवर में कुल चार विकेट गिरे।
पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 20 ओवर में सात विकेट गंवाकर 186 रन बनाए। केएल राहुल ने 33 गेंदों में 57 रन और सूर्यकुमार यादव ने 33 गेंदों में 50 रन की पारी खेली। जवाब में डेथ ओवर्स में भारत की शानदार गेंदबाजी और फील्डिंग की बदलौत ऑस्ट्रेलियाई टीम 20 ओवर में 180 रन पर ऑलआउट हो गई। आखिरी पांच ओवर में ऑस्ट्रेलिया को 43 रन की जरूरत थी। तब उसके आठ विकेट बचे थे, लेकिन आखिरी पांच ओवर में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने आठों विकेट गंवा दिए। अब भारतीय टीम 19 अक्तूबर को दूसरे प्रैक्टिस मैच में न्यूजीलैंड की टीम से भिड़ेगी।